Chhattisgarh: मनरेगा के तहत रोजगार देने में राज्य ने बनाया रिकॉर्ड, पूरे देश में हासिल किया 5वां स्थान

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) के क्रियान्वयन नया रिकॉर्ड बनाया है। मनरेगा के शुरू होने के बाद राज्य में इस साल सबसे अधिक परिवारों को 100 दिनों का रोजगार दिया गया है।

MGNREGA

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में इस साल अब तक 17 करोड़ 66 लाख से अधिक मानव दिवस रोजगार का सृजन किया जा चुका है, जो मनरेगा (MGNREGA) लागू होने के बाद से सबसे अधिक है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) के क्रियान्वयन नया रिकॉर्ड बनाया है। मनरेगा के शुरू होने के बाद राज्य में इस साल सबसे अधिक परिवारों को 100 दिनों का रोजगार दिया गया है। इस साल अब तक 5 लाख 54 हजार 322 परिवारों को 100 दिन का रोजगार मिला है।

इस मामले में छत्तीसगढ़ पूरे देश में पांचवें स्थान पर है। पहले नंबर पर राजस्थान, दूसरे पर उत्तरप्रदेश, तीसरे पर आंध्रप्रदेश और चौथे नंबर पर पश्चिम बंगाल हैं। प्रदेश में इस साल अब तक 17 करोड़ 66 लाख से अधिक मानव दिवस रोजगार का सृजन किया जा चुका है, जो मनरेगा (MGNREGA) लागू होने के बाद से सबसे अधिक है।

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि पंच-सरपंचों की जागरूकता और मनरेगा के मैदानी टीमों की सक्रियता से इस वर्ष कोरोना काल में भी गांवों में रोजगार के पर्याप्त मौके उपलब्ध कराए गए। संकट काल में प्रदेश लौटे प्रवासी श्रमिकों को भी मनरेगा के माध्यम से बड़ी संख्या में काम दिया गया है।

राज्य में पिछले कुछ सालों का आंकड़ा-

वर्ष                             परिवार
2015-16            2 लाख 43 हजार
2016-17            1 लाख 73 हजार
2017-18            3 लाख 23 हजार
2018-19            4 लाख 28 हजार
2019-20           4 लाख 18 हजार

वहीं, इस साल यह आंकड़ा 5 लाख 54 हजार से अधिक पहुंच गया है।

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