Chhattisgarh: अबूझमाड़ में 31 किलोमीटर लंबी सड़क बनकर तैयार, जनता को मिलेगा फायदा

नक्सलियों (Naxalites) का गढ़ कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के अबूझमाड़ के कोहकामेटा में पक्की सड़क एक सपने की तरह था। लेकिन नरायणपुर जिले के इस धुर नक्सल प्रभावित इलाके (Naxal Area) की तस्वीर पिछले 3 सालों में बदल गई है।

Naxal Area

नरायणपुर जिले के इस धुर नक्सल प्रभावित इलाके की तस्वीर पिछले 3 सालों में बदल गई है।

अबूझमाड़ के नक्सल प्रभावित (Naxal Area) कोहकामेटा के लोगों का कहना है कि ये किसी सपने से कम नहीं है कि हमारे गांव तक पक्की सड़क बनाकर तैयार हो गई है।

नक्सलियों (Naxalites) का गढ़ कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के अबूझमाड़ के कोहकामेटा में पक्की सड़क एक सपने की तरह था। लेकिन नरायणपुर जिले के इस धुर नक्सल प्रभावित इलाके (Naxal Area) की तस्वीर पिछले 3 सालों में बदली है और ये सब कुछ संभव हो सका प्रशासन की कोशिशों की वजह से।

इलाके में पुलिस के नए कैंप की स्थापना कर इन तीन सालों में न सिर्फ लोगों का विश्वास जीता है बल्कि विकास को यहां तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। इसका नतीजा है कि आज नारायणपुर से कोहकामेटा तक 31 किलोमीटर लंबी सड़क बनकर तैयार हो गई है।

यह सड़क बन जाने से अब हर तरह की सुविधा इस नक्सल ग्रस्त इलाके (Naxal Area) में पहुंचने लगी है। इस बारे में अबूझमाड़ के कोहकामेटा के गांव वालों का कहना है कि ये किसी सपने से कम नहीं है कि हमारे गांव तक पक्की सड़क बनाकर तैयार हो गई है। हमने कभी सोचा ही नहीं था कि हमारे गांव में पक्की सड़क बनेगी।

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ये सब पुलिस कैंप खुलने के बाद ही संभव हो पाया है। वे कहते हैं कि पुलिस के प्रयासों का ही नतीजा है कि अब हमारे यहां स्वास्थ्य विभाग की गाड़ी, पीडीएस राशन की गाड़ी, नल गाड़ी, अधिकारियों की गाड़ी पहुंचने लगी है। अब हमें भी शासन की सभी योजनाओं का लाभ मिलने लगा है।

इस बाबत पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग का कहना है किसी भी गांव का विकास सड़क मार्ग से ही पहुंचता है। जल्द ही अबूझमाड़ के मुख्यालय ओरछा तक भी सड़क बन जाएगी। नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले अबूझमाड़ के कोहकामेटा में पहुंची पक्की सड़क अबूझमाड़ के बदलते तस्वीर और नक्सलियों के खौफ से मुक्त होते हुए बदलते तस्वीर की तरफ इशारा कर रही है।

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पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि नारायणपुर जिला मुख्यालय से 31 किलोमीटर दूर अबूझमाड़ के घने जंगलों के बीच बसा कोहकामेटा गांव नक्सली समस्या से कई वर्षों से जूझ रहा था। विकास विरोधी नक्सलियों ने शिक्षा के मंदिर, स्वास्थ केंद्र, पंचायत भवन को तोड़ने, लोगों को शासन प्रशासन से दूर रखकर देश दुनिया से अलग कर दिया था, लेकिन नारायणपुर पुलिस ने वर्ष 2018 के नंवबर माह में पुलिस कैंप खोला। इसके बाद धीरे-धीरे यहां लोगों के मन से नक्सलियों का खौफ दूर किया गया। फिर विकास की नींव डालनी शुरू की गई।

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बता दें कि पुलिस की तरफ से साल 2019 में नक्सल ग्रस्त (Naxal Area) कोहकामेटा तक सड़क निर्माण कार्य कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू किया गया था और 2021 में नारायणपुर से कोहकामेटा 31 किलोमीटर डामरीकरण सड़क का निर्माण पूरा हो गया। इस दौरान कई शासकीय भवनों का भी निर्णय कार्य भी पूरा किया गया है।

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