लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ में हुआ सबसे अधिक स्टील का उत्पादन, जानें कैसे

कोरोना काल में लॉकडाउन (Corona Lockdown) के दौरान देश भर में सबकुछ बंद था। लेकिन छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कोयला और लौह अयस्क की खदानों को बंद नहीं किया गया था।

Bhupesh Baghel

फाइल फोटो।

कोरोना काल में लॉकडाउन (Corona Lockdown) के दौरान राज्य सरकार के फैसलों से कोरोना संकट काल में भी छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में औद्योगिक विकास को गति मिली है।

कोरोना काल में लॉकडाउन (Corona Lockdown) के दौरान देश भर में सबकुछ बंद था। लेकिन छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कोयला और लौह अयस्क की खदानों को बंद नहीं किया गया था। लॉकडाउन के दौरान सोशन डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए वहां काम जारी था। यही वजह कि लॉकडाउन के दौरान यहां 27 लाख टन का स्टील उत्पादन हुआ, जो भारत के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है।

राज्य सरकार के फैसलों से कोरोना संकट काल में भी छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में औद्योगिक विकास को गति मिली है। छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) की नई औद्योगिक नीति के तहत अब इस्पात (स्पंज आयरन एंड स्टील) क्षेत्र के मेगा अल्ट्रा मेगा प्रोजेक्ट में निवेश के लिए विशेष निवेश प्रोत्साहन पैकेज देने का फैसला लिया गया है।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Bhaghel) के नेतृत्व में सरकार ने मेगा निवेशकों के लिए घोषित किए गए पैकेज में अधितम 500 करोड़ रुपये तक का निवेश प्रोत्साहन मान्य होगा। इसमें बस्तर संभाग के लिए 1000 करोड़ तक का निवेश होगा। इसके लिए प्रस्तावित इकाइयों को 31 अक्टूबर, 2024 को या उससे पहले व्यावसायिक उत्पादन शुरू करना जरूरी होगा।

इसी तरह 100 करोड़ रुपये का स्थाई पूंजी निवेश मद में निवेश कर व्यावसायिक उत्पादन आरंभ करने वाली नई इकाइयों को आर्थिक निवेश प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसके साथ ही सरकार ने कोर सेक्टर के उद्योगों को पूरे राज्य में बिजली शुल्क में छूट की पात्रता भी दी है।

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बिजली में सब्सिडी मिलने से इस्पात सहित कोर सेक्टर के उद्योगों को बड़ी राहत मिली है। इससे इन कोर सेक्टरों के उद्योगों को देश भर के मार्केट का लाभ मिलेगा। स्पंज आयरन और स्टील सेक्टर के उद्योगों के लिए बी-स्पोक पालिसी के तहत विशेष पैकेज घोषित करते हुए क्षेत्रवार छूट की सीमा 60 से 150 फीसद तक कर दी गई है।

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