छत्तीसगढ़: सालों से अलग-थलग पड़े दंतेवाड़ा (Dantewada) के इस गांव में बहेगी विकास की बयार

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले के नीलावाया गांव की सड़क को नक्सलियों ने करीब 17 जगहों पर काट दिया था। नक्सलियों ने सड़क पर 3 से 4 फीट के बड़े-बड़े गड्‌ढे़ कर दिए थे।

Dantewada

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले के नीलावाया गांव की सड़क को नक्सलियों ने करीब 17 जगहों पर काट दिया था।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले के नीलावाया गांव की सड़क को नक्सलियों ने करीब 17 जगहों पर काट दिया था। नक्सलियों ने सड़क पर 3 से 4 फीट के बड़े-बड़े गड्‌ढे़ कर दिए थे। जिससे लगभग 12 सालों से इस रोड पर आवागमन रुका हुआ था। नक्सलियों की इस करतूत की वजह से इलाके में विकास कार्य सालों से रुका पड़ा था।

Dantewada
दंतेवाड़ा में नक्सलियों द्वारा काटी गई सड़क।

सड़क नहीं होने से शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं भी दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले के नीलावाया गांव के लोगों तक नहीं पहुंच पा रही थीं। कई सरकारी योजनाओं से यह गांव वंचित था। लेकिन, पोटली कैंप शुरू होने के बाद से अब यहां पुलिस बल के जवान और दंतेश्वरी फाइटर्स की महिला कमांडो द्वारा रोड को फइ से चालू करने का काम किया जा रहा है। इसके लिए पुलिस के जवान दिन-रात लगे हुए हैं। दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव के अनुसार, रोड पूरी तरह से नक्सलियों ने काटकर गहरे गड्ढे कर दिए था। जिसकी वजह से पुलिस एहतियात बरतते हुए काम कर रही है, क्योंकि सड़क के गड्ढों में नक्सलियों द्वारा एंबुश लगाने की भी आशंका है। हमारे जवान दिन रात काम कर रहे हैं, जिससे बहुत जल्द ही रोड को पुनः चालू कर दिया जाएगा।

इस सड़क के शुरू हो जाने से गांव वालों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। गांव में सड़क शुरू होने से और भी विकास के कार्य किए जा सकेंगे। यह इलाका भी अन्य इलाकों से जुड़ सकेगा। बता दें कि यह वही इलाका है जहां नक्सलियों ने दूरदर्शन के कैमेरामैन को मार डाला था। 30 अक्टूबर, 2018 को नीलावाया में विधानसभा चुनाव के दौरान पहली बार पोलिंग बूथ बनाया गया था। इसकी कवरेज करने दूरदर्शन की टीम दंतेवाड़ा आई हुई थी।

टीम के नीलावाया के नजदीक पहुंचते ही सड़क किनारे घात लगाए नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने से सबसे आगे बाइक पर चल रहे कैमरामैन अच्युतानंद, एसआई रूद्रप्रताप और सहायक आरक्षक मंगलू की मौके पर ही मौत हो गई थी। बहरहाल, अब सड़क का निर्माण पूरा हो जाने के बाद दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले के इस नक्सल प्रभावित इलाके में भी विकास की बयार बहेगी और यहां के लोग भी सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। शिक्षा और स्वास्थ्य की पहुंच से यहां के लोग समाज को नई दिशा देने में भागीदार बनेंगे।

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