Chhattisgarh: जल्दी चालू होगा दंतेवाड़ा जिले का अरनपुर-जगरगुंडा मार्ग, जवानों ने नक्सलियों से कराया मुक्त

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले का अरनपुर-जगरगुंडा मार्ग जल्दी ही चालू होगा। नक्सली हिंसा की वजह से यह मार्ग करीब दो दशक से बंद था।

Dantewada

फाइल फोटो।

नक्सलियों ने सड़क को कई जगह से क्षतिग्रस्त कर दिया था। इससे दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले के नकुलनार-पालनार-अरनपुर होते सुकमा का जुड़ाव बंद हो गया था।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले का अरनपुर-जगरगुंडा मार्ग जल्दी ही चालू होगा। नक्सली हिंसा की वजह से यह मार्ग करीब दो दशक से बंद था। इस मार्ग में नया कैंप कमारगुड़ा में पिछले दिनों शुरू होने के साथ यहां सड़क निर्माण में तेजी आई है। उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2021 के गणतंत्र दिवस पर आवागमन सुचारू हो जाएगा।

बता दें कि नक्सलियों (Naxalites) ने करीब दो दशक पहले इलाके में कब्जा करने के साथ अरनपुर से जगरगुंडा के बीच 21 किमी सड़क को कई जगह से क्षतिग्रस्त कर दिया था। इससे दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले के नकुलनार-पालनार-अरनपुर होते सुकमा का जुड़ाव बंद हो गया था। पिछले पांच सालों से फोर्स के साये में इसे दुरस्त किया जा रहा है। अरनपुर से जगरगुंडा पहुंचने अब केवल पांच किमी सड़क बनना बाकी है।

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गौरतलब है कि अरनपुर से कमारगुड़ा की दूरी मात्र 17 किमी है। इलाका संवेदनशील होने के साथ नक्सलियों के लिए सुरक्षति रहा है। अरनपुर-जगरगुंडा इलाके में नक्सलियों के दक्षिण बस्तर दरभा डिवीजन की तीन एरिया कमेटी काम करती हैं- मलांगिर एरिया कमेटी, जगरगुंडा और केरलापाल एरिया कमेटी। कभी यह इलाका पूरी तरह नक्सलियों के कब्जे में रहने से उनकी राजधानी कहलाता था।

नक्सलियों के बड़े नेता पापाराव, जगदीश, विनोद, देवा, गुंडाधूर से लेकर गणेश उइके तक को इलाके में देखने का दावा किया जाता रहा है। सड़क निर्माण कराना यहां चुनौतीपूर्ण रहा है। इस मार्ग में प्रेशर बम, कमांड बम, सीरीज बम और विस्फोटकों का जखीरा जवानों ने सैकड़ों बार बरामद किया है। कई बार बम विस्फोट भी हुए। जवानों के साथ आम लोग भी घायल हो चुके हैं। एक जवान शहीद भी हुआ है। सड़क किनारे लगे बम से मवेशी भी मारे गए हैं। बावजूद इसके जवान हर हाल में सड़क को बहाल कराने में जुटे हैं।

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साल 2015 में अरनपुर में जिला बल के साथ सीआरपीएफ (CRPF) का कैंप स्थापित किया। बाधित सड़क की मरम्मत के लिए कई हिस्सों में निविदा मंगाई गई और काम शुरू किया गया। अरनपुर के बाद कोंडापारा, कोंडासावली, कमलपोस्ट और अब कमारगुड़ा में कैंप खोले गए हैं। वहां सीआरपीएफ (CRPF) जवानों के साथ जिला बल व डीआरजी जवानों की तैनाती की गई है। फोर्स की तैनाती से नक्सली बैकपुट पर चले गए हैं।

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दंतेवाड़ा (Dantewada) के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव मुताबिक, अरनपुर से जगरगुंडा के बीच कमारगुड़ा (कोंडासावली) में पुलिस के नए कैंप में जवानों की तैनाती की गई है। सड़क निर्माण भी शुरू कर दिया गया है। जल्द ही इस मार्ग में आवाजाही शुरू कर दी जाएगी। नक्सलियों ने इलाके में सड़क को कई जगह बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है।

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