Chhattisgarh: दंतेवाड़ा में 16 बेड्स का ICU तैयार, जवानों को मिलेगा तत्काल इलाज

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में अब नक्सली हमलों (Naxal Attack) में घायल जवानों के इलाज में देरी नहीं होगी।

Dantewada

File Photo

दंतेवाड़ा (Dantewada) के अलावा जगदलपुर के डिमरापाल में सात मंजिला सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल का भवन तैयार है। यहां पर्याप्त डाक्टर भी हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में अब नक्सली हमलों (Naxal Attack) में घायल जवानों के इलाज में देरी नहीं होगी। दरअसल, दंतेवाड़ा के जिला अस्पताल में 16 बिस्तरों वाला आइसीयू (ICU) तैयार हो गया है। इसके साथ ही चार ऑपरेशन थियेटर (OT) भी बनकर तैयार हो चुके हैं। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में कहीं भी आपरेशन की व्यवस्था नहीं थी।

ब्लास्ट या मुठभेड़ में घायल जवानों को हेलीकाप्टर से रायपुर भेजा जाता था। इसमें दो से ढाई घंटे लग जाते थे, जिसके कारण अधिक रक्तस्त्राव की वजह से कई बार जवानों की जान चली जाती थी। बस्तर संभाग में अब तत्काल इलाज के लिए दंतेवाड़ा के अलावा जगदलपुर में भी दो सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल और ट्रामा सेंटर बनाए जा रहे हैं।

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बीजापुर, सुकमा, कोंडागांव और नारायणपुर के नक्सल प्रभावित इलाकों से दंतेवाड़ा की दूरी सबसे कम है, इसलिए समय पर इलाज मिलने में सुविधा होगी। जानकारी के अनुसार, काफी कम समय में ही आधुनिक सुविधाओं से लैस आपरेशन थियेटर बनाए गए हैं। अब ट्रामा सेंटर भी शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इस अस्पताल में नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों का इलाज भी किया जाएगा।

अब तक नक्सल मुठभेड़ या बारूदी सुरंग के विस्फोट से घायल जवानों को पहले साथी जवान किसी तरह नजदीकी कैंप तक पहुंचाते हैं। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हेलीकाप्टर से रायपुर के रामकृष्ण केयर सेंटर या विशाखापटनम् के किसी बड़े अस्पताल में भेजा जाता था। इस तरह अस्पताल तक पहुंचने में जवान को दो से ढाई घंटे का वक्त लग जाता था।

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इसके अलावा, छोटी-मोटी सर्जरी के लिए भी जवानों और आम लोगों को रायपुर जाना पड़ता था। अब दंतेवाड़ा अस्पताल में जटिल रूप से घायलों का माइक्रो आपरेशन भी किया जा सकेगा। यहां उपकरण और डाक्टरों की टीम तैयार है। रेडियोलाजिस्ट की कमी है, जिसे पूरा करने के लिए विज्ञापन निकाला जा रहा है। 16 बिस्तरों वाले आइसीयू में ऑपरेशन के बाद घायलों को स्वस्थ होने तक बेहतर चिकित्सीय सुविधा मिल पाएगी।

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दंतेवाड़ा (Dantewada) के अलावा जगदलपुर के डिमरापाल में सात मंजिला सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल का भवन तैयार है। यहां पर्याप्त डाक्टर भी हैं। इसका फायदा आम लोगों के साथ ही नक्सल मोर्चे पर घायल जवानों को तत्काल उपचार दिलाने में मिलेगा। साथ ही जगदलपुर के महारानी अस्पताल में भी बहुमंजिला इमारत बन रही है। यहां भी एक सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल बनेगा। नगरनार के खूटपदर में भी एनएमडीसी एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनवा रहा है।

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