बिहार: नक्सल प्रभावित इलाके में पर्यटन स्थलों का होगा विकास, इको टूरिज्म को दिया जा रहा बढ़ावा

बिहार (Bihar) के नक्सल प्रभावित इलाकों (Naxal Affected Areas) रोहतास और कैमूर जिले के पर्यटन स्थलों का विकास (development of tourist places) किया जाएगा।

Naxal Affected Areas

रोहतास किला (फाइल फोटो)

नक्सल प्रभावित रहे इस इलाके (Naxal Affected Areas) में 200 से ज्यादा जल प्रताप, तुतला भवानी, मंझार कुंड, महादेव खोह, गुप्ता धाम, ताराचंडी मंदिर, रोहतासगढ़ किला और शेरगढ़ किला पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं।

बिहार (Bihar) के नक्सल प्रभावित इलाकों (Naxal Affected Areas) रोहतास और कैमूर जिले के पर्यटन स्थलों का विकास (development of tourist places) किया जाएगा। पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रख कर कैमूर पहाड़ी के आसपास के स्थलों तक सड़कों का निर्माण कराया जाएगा। प्रदेश में इको टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं।

सरकार भी इको टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है। अधिकारी इको टूरिज्म के विकास के लिए रोहतास और कैमूर के पर्यटन स्थल का जायजा ले रहे हैं। जिसे जल्द से जल्द पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की शुरुआत की जाएगी। पर्यटन के विकास से स्थानीय लोगों को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकते हैं।

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पर्यटन स्थलों के विकास के बाद सैलानी यहां तुतला भवानी, रोहतासगढ किला और समय मिलने पर जलप्रपात देख सकेंगे। नक्सल प्रभावित रहे इस इलाके (Naxal Affected Areas) में 200 से ज्यादा जल प्रताप, तुतला भवानी, मंझार कुंड, महादेव खोह, गुप्ता धाम, ताराचंडी मंदिर, रोहतासगढ़ किला और शेरगढ़ किला पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं।

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दुर्गावती जलाशय के विकास की भी पहल की जा रही है। पर्यटन की दिशा में आने वाली बाधाओं को दूर करने का प्रयास जारी है। पर्यटन से होने वाली आमदनी का 20 फीसद स्थानीय लोगों के विकास के लिए खर्च किए जाएंगे।

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