बिहार: औरंगाबाद के नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास को मिलेगी रफ्तार, बिछेगा सड़कों का जाल

बिहार (Bihar) के औरंगाबाद जिले के नक्सली इलाके (Naxal Areas) में अब सड़कों का जाल बिछेगा। केंद्र सरकार की नक्सल क्षेत्र में (वामपंथ उग्रवाद) एलडब्ल्यूई योजना के तहत सड़कों का निर्माण होगा।

Naxal Areas

File Photo

सड़कों का निर्माण नक्सल योजना के तहत होगा। इन सड़कों के निर्माण से इस नक्सल प्रभावित (Naxal Areas) इलाकों में नक्सलवाद पर लगाम लगेगा।

बिहार (Bihar) के औरंगाबाद जिले के नक्सली इलाके (Naxal Areas) में अब सड़कों का जाल बिछेगा। केंद्र सरकार की नक्सल क्षेत्र में (वामपंथ उग्रवाद) एलडब्ल्यूई योजना के तहत सड़कों का निर्माण होगा। सड़कों की सूची राज्य सरकार को भेज दी गई है। इन सड़कों का निर्माण पथ निर्माण विभाग के द्वारा कराया जाएगा।

इसके अलावा, औरंगाबाद से पटना तक एनएच 139 फोरलेन बनेगा। अगले छह माह के अंदर सड़क निर्माण की स्वीकृति मिलेगी। यह सड़क झारखंड के सीमा हरिहरगंज से पटना तक फोरलेन में प्रस्तावित है।

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वहीं, भगवान सूर्य की नगरी देव में रिग रोड का निर्माण कराया जाएगा। कुम्हार बिगहा मोड़ से कुम्हार बिगहा, बाला पोखर, हरिकिर्तन बिगहा, सुदी बिगहा राजबांध, गोदामपर, पातालगंगा, नरची गेट, देव बहुआरा पथ से बेलसारा तक यानी करीब 11 किमी सड़क बनेगी। यह सड़क देव के चारो तरफ से जाल जैसा बिछ जाएगा। सड़क के निर्माण से देव सूर्य मंदिर का दर्शन करने और छठ व्रत करने देश के कोने कोने से आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा होगी।

इसके अलावा, देव से छकरबंधा भाया कंचनपुर, भंडारी, सतनदिया जंगल होते हुए बिहारी कुआं तक करीब 22 किमी एवं भलुआही कैंप से झरना, चंचलगोरेया, खरदाग, महुड़ी होते हुए गया जिला के डुमरिया तक करीब 15 किमी सड़क का निर्माण नक्सल योजना के तहत होगा। दोनों सड़कों के निर्माण से इन नक्सल प्रभावित (Naxal Areas) इलाकों में नक्सलवाद पर लगाम लगेगा।

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इन सड़कों के निर्माण से पहाड़ के इस पार से उस पार डुमरिया तक आवागमन की सुविधा होगी। बताया कि झारखंड के सीमा महाराजगंज से बालूगंज, देव, बेढंनी, ओरा, देवकुंड होते हुए अरवल के मेहंदिया तक टूलेन सड़क निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही यह सड़क का निर्माण शुरू होगा।

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