अगले साल ISRO लॉन्च करेगा चंद्रयान-3, तस्वीरों में देखें तैयारी…

चांद पर पहुंचने के बाद विक्रम लैंडर के साथ जो हादसा हुआ, उसके बारे में कुछ भी कह पाना मुश्किल है। जिस तकनीकि खामी की वजह से वह हादसा हुआ था, उसे चंद्रयान-3 के लैंडर में दूर कर लिया गया है।

Published by सिर्फ़ सच टीम August 28, 2020
  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) अगले साल चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) लॉन्च करेगा। चांद के गड्ढों पर चंद्रयान-3 के लैंडर-रोवर अच्छे से उतर कर काम करें, इसके लिए बेंगलुरु से 215 किलोमीटर दूर छल्लाकेरे के पास उलार्थी कवालू में नकली चांद के गड्ढे तैयार किए जाएंगे। (फोटो क्रेडिट: ISRO)

  • इसरो के सूत्रों के अनुसार, छल्लाकेरे इलाके में चांद के गड्ढे बनाने के लिए टेंडर जारी किया गया है। उम्मीद है कि सितंबर की शुरुआत तक वो कंपनी मिल जाएगी जो ये काम पूरा करेगी। इन गड्ढों को बनाने में 24.2 लाख रुपये का खर्च आएगा। (फोटो क्रेडिट: ISRO)

  • इसमें ज्यादातर प्रोग्राम पहले से ही ऑटोमेटेड होंगे। इसमें सैकड़ों सेंसर्स लगे होंगे जो ये काम बखूबी करने में मदद करेंगे। लैंडर के लैंडिंग के वक्त ऊंचाई, लैंडिंग की जगह, गति, पत्थरों से लैंडर को दूर रखने आदि में ये सेंसर्स मदद करेंगे। (फोटो क्रेडिट: ISRO)

  • इसरो के अन्य वैज्ञानिक ने बताया कि हम पूरी तरह से तैयार लैंडर का परीक्षण इसरो सैटेलाइट नेविगेशन एंड टेस्ट इस्टैब्लिशमेंट में कर रहे हैं। फिलहाल हमें ये नहीं पता कि यह कितना उपयुक्त परीक्षण होगा और इसके क्या नतीजे आएंगे। (फोटो क्रेडिट: ISRO)

  • इसरो ने चंद्रयान-2 के लिए भी ऐसे ही गड्ढे बनाए थे। उसपर परीक्षण भी किए गए थे लेकिन चांद पर पहुंचने के बाद विक्रम लैंडर के साथ जो हादसा हुआ, उसके बारे में कुछ भी कह पाना मुश्किल है। जिस तकनीकि खामी की वजह से वह हादसा हुआ था, उसे चंद्रयान-3 के लैंडर में दूर कर लिया गया है। (फोटो क्रेडिट: ISRO)

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