भारत कर रहा चीन को घेरने की तैयारी, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी समकक्ष से की बातचीत

इस बातचीत में उन्होंने कोरोना वायरस (Coronavirus) से फैली वैश्विक महामारी से निपटने के साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र समेत अंतरराष्ट्रीय चिंता के मामलों के संबंध में द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय सहयोग को लेकर चर्चा की।

s jaishankar

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इसके मद्देनजर भारत-अमेरिका ने आपसी समन्वय को बढ़ाने के लिए कई बार समीक्षा कर चुके हैं।

चीन (China) के साथ जारी विवाद को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अमेरिका में अपने समकक्ष माइक पोम्पियो (Mike Pompeo) से बात की है। दोनों नेताओं ने फोन पर आपसी सहयोग को और बढ़ाने पर जोर दिया है।

इस बातचीत में उन्होंने कोरोना वायरस (Coronavirus) से फैली वैश्विक महामारी से निपटने के साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र समेत अंतरराष्ट्रीय चिंता के मामलों के संबंध में द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय सहयोग को लेकर चर्चा की।

गिरीश चंद्र मुर्मू होंगे देश के नए CAG, लेंगे राजीव महर्षि की जगह

अमेरिकी सरकार के प्रवक्ता केल ब्राउन ने बताया कि दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत और विश्वभर में समृद्धि एवं शांति कायम रखने और सुरक्षा जैसे मुद्दों को देखते हुए भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने पर बात की। ब्राउन ने कहा, ‘दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मामलों में निकट सहयोग जारी रखने एवं इस वर्ष बाद में अमेरिका भारत ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता और चतुष्पक्षीय वार्ता को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई।’

बता दें कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इसके मद्देनजर भारत-अमेरिका ने आपसी समन्वय को बढ़ाने के लिए कई बार समीक्षा कर चुके हैं। अमेरिका रणनीतिक रूप से अहम भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत को बड़ी भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करता रहा है।

रबींद्रनाथ टैगोर पुण्यतिथि: जिन्होंने राष्ट्रीय गीत ‘जन-गण-मन’ और ‘गीतांजलि’ की रचना की

इस मामले पर साल 2018 में गोवा में हुई भारत-अमेरिका समुद्री सुरक्षा वार्ता के तीसरे दौर में भी विस्तार से बातचीत हुई थी। इसके अलावा, भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने हिंद-प्रशांत में अहम समुद्री मार्गों को चीन के प्रभाव से मुक्त करने के लिए नई रणनीति विकसित करने के लिए नवंबर, 2017 में चतुष्पक्षीय गठबंधन को आकार दिया था।

वहीं, चारों देशों के बीच पहली ‘टू प्लस टू’ वार्ता सितंबर, 2018 में नई दिल्ली में हुई थी। गौरतलब है कि रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इंडिया-पैसफिक में भारत की ओर से अमेरिका की भूमिका बढ़ाने के लिए काफी कोशिश की जा रही हैं। चीन की बढ़ती दखलंदाजी के बीच अमेरिका के साथ ही अन्य महाशक्तियों ने भी इस इलाके में हिंद और प्रशांत महासागर इलाके को स्वतंत्र और उन्नतिशीलता की बात कह रहे हैं।

ये भी देखें-

अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई है कि इस साल दोनों देशो के बीच इलाकाई और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के बीच मंत्री स्तर की ‘चतुर्भुज’ की बात इसी साल होगी। यानी इस बातचीत में भारत और अमेरिका के अलावा जापान और आस्ट्रेलिया भी शामिल किए जाएंगे।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें