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जपड़-2021 (ZAPAD 2021) के तहत ही पिछले दिनों रूस और चीन के 10 हजार सैनिकों ने अभ्यास किया था। इस दौरान कई घातक हथियारों का इस्तेमाल रूस और चीन की सेना की ओर से किया गया था।
भारतीय सेना (Indian Army), चीन और पाकिस्तान सहित यूरेशिया और दक्षिण एशिया के 17 देशों की सेनाओं के साथ जपड़-2021 (ZAPAD 2021) युद्धाभ्यास में अपना दमखम दिखाएगी। रूस के निझनिय इलाके में इन 17 देशों की सेनाएं युद्धाभ्यास करने जा रही हैं। यह युद्धाभ्यास 3 सितंबर से 16 सितंबर तक चलेगा।
रूस की ओर से आयोजित इस बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास उद्देश्य आतंकवाद विरोधी सहयोग को बढ़ावा देना है। जपड़-2021 युद्धाभ्यास काफी बड़े पैमाने पर होगा और इसमें युद्ध के सभी पहलुओं का अभ्यास किया जाएगा। रूस यह अभ्यास ऐसे समय पर कर रहा है जब उसकी चीनी के साथ संबंध अच्छे होते दिख रहे हैं।
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जपड़-2021 (ZAPAD 2021) के तहत ही पिछले दिनों रूस और चीन के 10 हजार सैनिकों ने अभ्यास किया था। इस दौरान कई घातक हथियारों का इस्तेमाल रूस और चीन की सेना की ओर से किया गया था। इस अभ्यास का मकसद एक मिलकर शत्रु देश के खिलाफ लड़ना था।
बता दें कि भारतीय सेना इससे पहले शंघाई सहयोग संगठन की ओर से आयोजित युद्धाभ्यास में चीन और पाकिस्तान की सेना के साथ अपनी ताकत दिखा चुकी है। बीते साल भारतीय और चीन की सेना के LAC पर हुई बीच हिंसक झड़प के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है जब भारत और चीन की सेनाएं एक साथ युद्धाभ्यास करेंगी।
भारतीय सेना के 200 जवानों की एक टीम अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए रूस रवाना हो गई है। बताया जा रहा है कि यह बटालियन नागा रेजिमेंट की है।
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इस बीच भारतीय और कजाख सेनाओं ने 1 सितंबर को 13 दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू किया है। भारत-कजाखस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘काजिंद-21’ कजाखस्तान के नोड आइशा बीबी में शुरू हुआ है। भारतीय सेना की बिहार रेजीमेंट के कुल 90 जवान इस अभ्यास में भाग ले रहे हैं।
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