भारत-अमेरिका से तनाव के बीच चीनी राष्ट्रपति का बड़ा बयान, कहा- युद्ध के लिए तैयार रहे सेना

चीन (China), भारत (India) के साथ-साथ अमेरिका (America) से भी पंगे लेने से बाज नहीं आ रहा। दोनों देशों के साथ चल रहे तनाव के बीच चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने गुआंगडोंग इलाके का दौरा किया।

Xi Jinping

फाइल फोटो।

शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने मरीन सैनिकों से कहा कि उन्‍हें एक साथ कई मोर्चो पर तैयार रहने, त्‍वरित प्रतिक्रिया देने, सभी मौसम और इलाके में जंग लड़ने के लिए तैयार रहना है।

चीन (China), भारत (India) के साथ-साथ अमेरिका (America) से भी पंगे लेने से बाज नहीं आ रहा। दोनों देशों के साथ चल रहे तनाव के बीच चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने गुआंगडोंग इलाके का दौरा किया। वे इस दौरान सेना के एक अड्डे पर पहुंचे। शी जिन‍पिंग ने यहां मरीन सैनिकों को युद्ध के ल‍िए तैयार रहने और हमेशा सतर्क रहने के लिए कहा। उन्‍होंने शांतोउ इलाके का भी दौरा किया।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्‍ट की रिपोर्ट के मुताबिक, शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने मरीन सैनिकों से कहा कि उन्‍हें एक साथ कई मोर्चो पर तैयार रहने, त्‍वरित प्रतिक्रिया देने, सभी मौसम और इलाके में जंग लड़ने के लिए तैयार रहना है। चीन के सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी पर प्रकाशित शी के बयान में कहा गया, “आपको अपना दिमाग और पूरी ऊर्जा युद्ध की तैयारी के लिए लगाना चाहिए और हमेशा बेहद सतर्क रहें।”

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शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने कहा, “मरीन सैनिकों के बहुत से अलग-अलग मिशन हैं और आपकी डिमांड काफी ज्‍यादा होगी। इसको देखते हुए आपको अपनी ट्रेनिंग में जंग की तैयारी पर फोकस रखना चाहिए। साथ ही अपने प्रशिक्षण के मानकों और लड़ाकू क्षमता को बढ़ाएं।” राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि मरीन सैनिकों के कंधे पर देश के इलाके, संप्रभुता, समुद्री हितों और विदेशों में चीनी हितों की रक्षा की जिम्‍मेदारी है।

बता दें कि इससे पहले 13 अक्टूबर को चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऐसी खबरें आ रही हैं कि अमेरिकी कांग्रेस ताइवान को अत्‍याधुनिक हथियार देने के तीन डील की समीक्षा कर रही है। उन्‍होंने कहा कि चीन इसका करारा जवाब देगा। प्रवक्‍ता झाओ ल‍िजिन ने कहा, “अमेरिका को तत्‍काल अपने ताइवान को हथियार बेचने की योजन को रद्द करना चाहिए और उसके साथ सैन्‍य संबंधों को समाप्‍त करना चाहिए।”

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चीन ने कहा है कि वह ताइवान को अपने नियंत्रण में लाना चाहता है और इसके लिए जरूरी हुआ तो वह सेना का भी इस्‍तेमाल कर सकता है। चीनी राष्ट्रपति का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत के साथ LAC पर तनाव जारी है। साथ ही अमेरिका के साथ भी चीन की तनातनी चल रही है। इसके अलावा, ताइवान स्‍ट्रेट में तनाव अपने चरम पर है और अमेरिका और ताइवान के बीच रिश्‍ते अच्छे हो रहे हैं।

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