साल 1971 युद्ध के 50 साल पूरे होने पर निकाली गई विजय मशाल यात्रा, शहीदों के परिवारों से मिलेंगे सेना के अधिकारी

सेना (Army) के अधिकारियों के साथ-साथ जिले के अधिकारियों ने हल्द्वानी-नैनीताल रोड स्थित शहीद पार्क में शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित किए। इस दौरान देशभक्ति के नारों से शहीद स्मारक गूंज उठा।

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सेना (Army) के अधिकारी 31 दिसंबर को 1971 युद्ध के दौरान शहीद हुए जवानों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। वीर नारियों को शॉल और प्रशस्तिपत्र देकर घर पर सम्मानित किया जाएगा।

साल 1971 के भारत-पाक युद्ध (India Pakistan War 1971) के विजय वर्ष पर उत्तराखंड के हल्द्वानी में सेना (Army) ने काफिले के साथ विजय मशाल यात्रा निकाली गई। सेना के अधिकारियों के साथ-साथ जिले के अधिकारियों ने हल्द्वानी-नैनीताल रोड स्थित शहीद पार्क में शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित किए। इस दौरान देशभक्ति के नारों से शहीद स्मारक गूंज उठा।

सेना की गारद ने विजय मशाल को बिगुल बजाकर सलामी दी। शहीद स्मारक पर उन शहीदों के नाम अंकित हैं, जिन्होंने साल 1971 में देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। सेना के स्टेशन कमांडर के नेतृत्व में सेना के अधिकारी विजय मशाल यात्रा छावनी के क्वार्टर गारद से लेकर नैनीताल रोड स्थित शहीद स्मारक तक लाए।

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यहां सम्मान के साथ विजय मशाल पोडियम में रखी गई। सेना के कमांडर, सैन्य अधिकारियों, 1971 के युद्ध में शामिल अवकाश प्राप्त सैन्य अधिकारियों और अन्य अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को याद किया। शहीद स्मारक पर कार्यक्रम के बाद विजय मशाल सेना की जिप्सी पर रखी गई, जो सबसे आगे चल रही थी। पीछे-पीछे सेना और जिला प्रशासन के अधिकारियों की गाड़ियां थीं।

इस दौरान सेना (Indian Army) के जवान भारत माता की जय, वंदेमातरम का नारा लगा रहे थे। काठगोदाम से सेना (Army) के अधिकारियों का काफिला स्टेशन तक लौटकर वापस आया। विजय मशाल को क्वार्टर गारद में सुरक्षित रखा गया।

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सेना (Army) के अधिकारियों के मुताबिक, वे 31 दिसंबर को 1971 युद्ध के दौरान शहीदों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। वीर नारियों को शॉल और प्रशस्तिपत्र देकर घर पर सम्मानित किया जाएगा। एक और दो जनवरी, 2021 को सेना के अधिकारी लालकुआं और हल्द्वानी में शहीदों के घर जाकर परिजनों से मिलेंगे। तीन जनवरी को आर्मी कैंट में वॉर सेमिनार होगा। चार जनवरी को स्वर्णिम विजय की मशाल हल्द्वानी से पिथौरागढ़ के लिए रवाना होगी।

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