सांकेतिक तस्वीर।
नक्सली गतिविधियों (Naxal Activities) पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए चंदौली जिले के नौगढ़ थाने के सभागार में जिले के अलावा मिर्जापुर और सोनभद्र की पुलिस और पीएसी के अधिकारियों ने बैठक की।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नक्सल ग्रस्त इलाकों (Naxal Area) से लाल आतंक (Naxalism) के खात्मे के लिए सरकार और पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। वन क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों (Naxal Activities) पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए 16 दिसंबर को चंदौली जिले के नौगढ़ थाने के सभागार में जिले के अलावा मिर्जापुर और सोनभद्र की पुलिस और पीएसी के अधिकारियों ने बैठक की।
इस बैठक में नक्सलियों (Naxals) पर लगाम लगाने के लिए रणनीति पर चर्चा हुई। इसमें नक्सली गतिविधियां (Naxal Activities) बढ़ने की आशंका को देखते हुए सतर्कता बढ़ाने और सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान पर सहमति बनी। एडिशनल एसपी नक्सल अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में हुई इस बैठक में तीनों जिलों के पुलिस, पीएसी और खुफिया विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में पिछले दिनों नौगढ़ के जंगलों में चिपकाए गए लाल सलाम पोस्टर पर चर्चा करने के साथ ही जेल से छूटकर आए नक्सलियों (Naxalites) की आय के स्रोतों का पता लगाने पर भी चर्चा हुई। सीओ नक्सल नीरज सिंह के अनुसार, इन इलाकों में तैनात पीएसी बल थानाध्यक्ष का आदेश मानेंगे।
ये भी देखें-
इस मीटिंग में सभी विभागों में समन्वय व सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान व एक्शन लेने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा यह तय किया गया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों (Naxal Area) में पुलिस और पीएसी की कांबिंग बढ़ाई जाएगी। साथ ही नक्सल गतिविधियों (Naxal Activities) पर पैनी नजर रखी जाएगी।
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App