UN में पाकिस्तान को कश्मीर का मुद्दा उठाना महंगा पड़ा, भारत ने जमकर लगाई लताड़

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की 75वीं वर्षगांठ के पहले दिन ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मुहम्मद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) की ओर से कश्मीर का मुद्दा उठाना महंगा पड़ा।

United Nations

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की 75वीं वर्षगांठ पर एक सप्ताह तक चलने वाले समारोह के पहले दिन अन्तरराष्ट्रीय शांति दिवस घोषित किया गया है।

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की 75वीं वर्षगांठ के पहले दिन ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मुहम्मद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) की ओर से कश्मीर का मुद्दा उठाना महंगा पड़ा। भारतीय प्रतिनिधि ने पाकिस्तान को लताड़ते हुए कहा, “पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ है और आतंकियों की शरणस्थली बन चुका है।”

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की 75वीं वर्षगांठ पर एक सप्ताह तक चलने वाले समारोह के पहले दिन अन्तरराष्ट्रीय शांति दिवस घोषित किया गया है। 22 सितंबर से संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों में से 84 सदस्यों के राष्ट्रपति अथवा प्रधानमंत्री के वीडियो संदेश प्रसारित किए जाएंगे। महासभा की बैठक में पहले दिन सदस्य देशों के प्रतिनिधि फेस मास्क लगाकर आए और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया।

Madhya Pradesh: उपचुनाव से पहले सरकार ने किसानों को दी बड़ी सौगात, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया ये ऐलान

इस दौरान संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में एक बार फिर भारत ने पाकिस्तान को लताड़ लगाई। संयुक्त राष्ट्र की 75वीं सालगिरह पर आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान पाकिस्तान द्वारा कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत ने जमकर खरीखोटी सुनाई।

दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के अपने संबोधन में कश्मीर मुद्दे को उठाया।

Jharkhand: पुलिस कार्रवाई से बौखलाए नक्सली, पोस्टरबाजी कर फैला रहे दशहत

इसके बाद संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री के सवालों के जवाब में कहा कि सच्चाई यह है कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो आतंकवाद की ट्रेनिंग देता है, और फिर उन्हें शहीद का दर्जा देता है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवाद की कहानी किसी भी देश से छिपी नहीं है। भारतीय प्रतिनिधि ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा कि पाकिस्तान में किस तरह अल्प संख्यकों के साथ दुर्व्यवहार और अत्याचार किया जाता है, यह भी बड़ा संगीन मामला है।

ये भी देखें-

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी प्रतिनिधियों की इस तरह के अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर का मुद्दा उठाना और मिथ्या प्रचार करना उसकी फितरत बन गई है। उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और वह इस तरह के मुद्दे उठाए जाने के किसी भी प्रयास का पुरजोर विरोध करती है।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें