UN ने सभी राष्ट्रों को किया आगाह, लॉकडाउन में युवाओं के गुस्से-निराशा का फायदा उठा रहे हैं चरमपंथी

‘युवा‚ शांति और सुरक्षा’ के मुद्दे पर कदम उठाने का आह्वान करते हुए गुटारेस (Antonio Guterres) ने कहा कि दुनिया युवाओं की एक पीढ़ी का भटकना बर्दाश्त नहीं कर सकती है।

Antonio Guterres

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटारेस (Antonio Guterres) ने पूरी दुनिया को सावधान किया कि चरमपंथी समूह कोविड़–19 (Coronavirus) के कारण लागू लॉकडाउन (Lockdown) का फायदा उठा रहे हैं। संकट के इस समय में उन्होंने युवाओं के गुस्से और निराशा का फायदा उठाकर उन्हें ऑनलाइन भर्ती करने के लिए सोशल मीडिया पर अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

एंटोनियो गुटारेस (Antonio Guterres) ने यह कहा कि दुनिया इस अभूतपूर्व वैश्विक स्वास्थ्य संकट के कारण एक पीढ़ी का भटकना बर्दाश्त नहीं कर सकती है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने युवा‚ शांति और सुरक्षा पर ऐतिहासिक प्रस्ताव को अपनाने के पांच साल बाद‚ समीक्षा के लिए वीडियो कॉफ्रेंस के जरिए बुलाई गई बैठक के दौरान यह टिप्पणी की।

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गुटारेस (Antonio Guterres) ने कहा‚ हम देख सकते हैं कि ऐसे समूह कोविड–19 (Coronavirus) लॉकडाउन (बंद) का फायदा उठा रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए नफरत फैलाने और उन युवाओं की भर्ती करने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं‚ जो अपना ज्यादातर समय अब घर पर तथा ऑनलाइन बिता रहे हैं।

गुटारेस (Antonio Guterres) ने सुरक्षा परिषद से कहा कि इस संकट के पहले से ही युवा ढेरों चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर पांच में से एक युवा को पहले से ही शिक्षा‚ प्रशिक्षण या रोजगार नहीं मिलता है और हर चार नौजवानों में से एक हिंसा या संघर्ष से प्रभावित है। हर साल 1.2 करोड़ नाबालिग लड़कियां मां बन जाती हैं।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग इस निराशा को स्पष्ट रूप से हल करने में नाकाम रहे हैं। इसने राजनीतिक प्रतिष्ठानों और संस्थानों में विश्वास की कमी को बढ़ाया है। ऐसे में चरमपंथी समूहों के लिए रोष और मायूसी का फायदा उठाना आसान हो जाता है और इससे युवाओं के कट्टरपंथ की ओर बढ़ने का खतरा बढ़ता है।

‘युवा‚ शांति और सुरक्षा’ के मुद्दे पर कदम उठाने का आह्वान करते हुए गुटारेस (Antonio Guterres) ने कहा कि दुनिया युवाओं की एक पीढ़ी का भटकना बर्दाश्त नहीं कर सकती है।

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