
तरा में पुलिस ने कुख्यात नक्सली संगठन टीपीसी के लिए फंडिंग करने के साथ अन्य गैर कानूनी कार्रवाई में शामिल होने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए प्रशासन मुस्तैद है और उनकी किसी भी तरह से मदद करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने से पुलिस पीछे नहीं हट रही। इस सिलसिले में पुलिस ने झारखंड में एक बड़ी कार्रवाई की है। चतरा में पुलिस ने कुख्यात नक्सली संगठन टीपीसी के लिए फंडिंग करने के साथ अन्य गैर कानूनी कार्रवाई में शामिल होने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी स्पेशल टास्क फोर्स के द्वारा की गई है। चतरा के पुलिस कप्तान अखिलेश बी वारियर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस कार्रवाई के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 2 लोगों की गिरफ्तारी के अलावा 77 लोगों को इस मामले में नामजद अभियुक्त भी बनाया गया है।
पुलिस कप्तान वारियर ने कहा कि पिपरवार थाना क्षेत्र में सक्रिय नक्सली संगठन टीपीसी के द्वारा संचालन समिति के नाम से कोल परियोजना से जुड़े कोल व्यवसायों से अवैध रुपये की वसूली की जा रही है। प्राप्त सूचना की बुनियाद पर दीपू कुमार एसडीओ सिमरिया, आशुतोष कुमार सत्यम, एसडीपीओ, टंडवा, रंजीत लोहरा अंचल अधिकारी टंडवा, टुडू दिलीप कार्यपालक दंडाधिकारी सिमरिया, पुलिस इंस्पेक्टर सह टंडवा थाना प्रभारी सुधीर कुमार चौधरी, पुलिस इंस्पेक्टर शिव प्रकाश कुमार सिमरिया सहित अन्य पुलिस बल ने मिलकर 14-15 सितंबर की रात छापेमारी की। इस छापेमारी में विनय भोक्ता और धनराज भोक्ता उर्फ मिठू पिपरवार नाम के 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया है कि विनय भोक्ता जमाडीह गांव का रहने वाला है जबकि मिठू पिपरवार बरवाडीह गांव का रहने वाला है।
इनके घर की तलाशी लेने के बाद विभिन्न बैंकों के 23 पासबुक, 24 चेक बुक, वाहनों से संबंधित कागजात, पैन कार्ड, आधार कार्ड समेत अन्य कागजात बरामद किेये गये हैं। पुलिस के मुताबिक नक्सलियों की मदद करने के आरोप में जिन 77 लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें सीसीएल के लोगों के भी नाम शामिल हैं। पुलिस कप्तान की माने तो जिले मे पुलिस प्रशासन जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। पुलिस की लगातार दबिश के कारण कुछ नक्सली भूमिगत हो गए हैं लेकिन आर्थिक सहायता के लिए कुछ लोग सीधे कड़ी के रूप में कार्य कर रहे हैं। पुलिस ने ऐसे लोगों की लंबी सूची तैयार की है। अब पुलिस का कहना है कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर क़ानूनी करवाई की जाएगी।
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