कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक हैं ये बीमारियां, हर साल इतने लाख लोगों की होती है मौत

कोरोना ही केवल एक ऐसी बीमारी नहीं है जिसने लाखों लोगों की जान ली है। बल्कि कई अन्य बीमारियां भी पहले से मौजूद हैं, जिनकी वजह से लाखों जान गई हैं।

दुनिया में कई ऐसी बीमारियां हैं जिनका अभी तक इलाज नहीं ढूंढा जा सका है। उनमें से एक बीमारी है एचआईवी। एचआईवी और मलेरिया टीबी की तरह ही बहुत खतरनाक बीमारी हैं।

कोरोना वायरस (Corona Virus) से संक्रमित होकर दुनियाभर में 6 लाख 96 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और अब पूरी दुनिया इसका इलाज़ ढूंढने में लगी है। कोरोना ही केवल एक ऐसी बीमारी नहीं है जिसने लाखों लोगों की जान ली है। बल्कि कई अन्य बीमारियां भी पहले से मौजूद हैं, जिनकी वजह से लाखों जान गई हैं। हर साल लाखों लोग इन बीमारियों का शिकार होते हैं और अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।

इन बीमारियों में सबसे ऊपर नाम आता है ट्यूबर-क्यूलोसिस (Tuberculosis) यानी टीबी का। दुनिया में हर साल सबसे ज्यादा मौतें टीबी से ही होती हैं। टीबी हवा से फैलने वाला रोग है। यह संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या खुले स्थानों पर थूकने से फैलता है। टीबी के सामान्य लक्षणों में खांसी, बुखार या रात को पसीना आता है। इसीलिए 3 हफ्तों से ज्यादा खांसी होने पर टीबी की जांच कराने की सलाह दी जाती है।

टीबी के मरीज से दूसरा व्यक्ति संक्रमित ना हो इसके लिए उसे आइसोलेशन में ही रखा जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में दुनिया के 27 प्रतिशत टीबी मरीज हैं। कोरोना कि वजह से टीबी मरीजों की डायग्नोसिस में 75 फीसदी की कमी आई है। आने वाले अगले 10 महीनों में टीबी के 63 लाख नए मरीजों के पाए जाने और 14 लाख लोगों के मरने की आशंका जताई गई है।

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दुनिया में कई ऐसी बीमारियां हैं जिनका अभी तक इलाज नहीं ढूंढा जा सका है। उनमें से एक बीमारी है एचआईवी। एचआईवी और मलेरिया टीबी की तरह ही बहुत खतरनाक बीमारी हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर अगले 6 महीनों में एचआईवी के मरीजों को एंटीवायरल थैरेपी नहीं दी गई तो 5 लाख लोग इसकी वजह से मारे जाएंगे। वहीं मलेरिया से मरने वालों की संख्या 7.70 लाख सालाना हो जाएगी। अब तक मलेरिया से सबसे ज़्यादा मौतें पश्चिमी अफ्रीका में हुई हैं। बता दें कि इन बीमारियों से विश्व में हर साल 15 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हो जाती है।

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