
जम्मू-कश्मीर में कड़ी सुरक्षा होने से बौखलाए आतंकी जम्मू सहित अन्य जगहों पर हमले करने के लिए पुराने आतंकी रूटों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में कड़ी सुरक्षा होने से बौखलाए आतंकी जम्मू सहित अन्य जगहों पर हमले करने के लिए पुराने आतंकी रूटों का इस्तेमाल कर रहे हैं। आतंक फैलाने के लिए आतंकी संगठन हर संभव कोशिश कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, आतंकी Jammu Kashmir से वाया बिलावर जम्मू में विस्फोटक सामग्री और हथियार पहुंचा रहे हैं। जो कश्मीर के अनंतनाग, डोडा और कठुआ जिले को जोड़ता है। इस रूट पर सेना और पुलिस की नजर भी कम है। कभी यह रास्ता आतंकियों द्वारा इस्तेमाल होता रहा है। बता दें कि बिलावर-कटली-लोहाई-मलार- डोडा-अनंतनाग वह रूट है, जो अनंतनाग और बिलावर को जोड़ता है।
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इसकी लंबाई लगभग 30 किलोमीटर है। बीच-बीच में कुछ आबादी वाले इलाके हैं। अनंतनाग से यदि बिलावर तक पैदल आना हो तो 4 से 5 घंटे लगते हैं। क्योंकि इस रूट पर कोई बस सेवा नहीं है, न ही कोई पक्का रास्ता है। इसलिए लोग पैदल ही आते-जाते हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही बिलावर के गांव टेड़ फिंतर निवासी एक व्यक्ति के घर से 40 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। अब फिर से इसी गांव के रहने वाले दंपति ने जम्मू में विस्फोटक पहुंचाया है।
सूत्रों की मानें तो यह विस्फोटक कश्मीर से इसी रूट के जरिए पहुंचाई गई है। इस रास्ते पर सेना और पुलिस की मूवमेंट और हलचल कम है। इसलिए आतंकी इस शांत इलाके का इस्तेमाल कर रहे हैं। संभव है कि विस्फोटक सामग्री को कश्मीर से बिलावर तक पहुंचाया गया है, जिसे जम्मू में पहुंचाया जाना था। जम्मू के बस स्टैंड में भी विस्फोकट सामग्री मिली थी।
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