सुरक्षाबलों की मुस्तैदी की वजह से आतंकी संगठनों ने बदला प्लान, अब ऐसे कर रहे आतंकियों की भर्ती

ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि भारतीय सुरक्षाबलों की सख्ती की वजह से वह सीधे तौर पर आतंकियों की भर्ती नहीं कर पा रहे हैं।

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सांकेतिक तस्वीर

आतंकी (terrorists) संगठन पहले युवाओं की भर्ती डायरेक्ट करते थे, यानी सब कुछ फिजिकली होता था। लेकिन सुरक्षाबलों की मुस्तैदी की वजह से अब वह टेक्नालॉजी का इस्तेमाल कर आतंकियों की भर्ती कर रहे हैं।

नई दिल्ली: भारत में आतंक फैलाने के नापाक मंसूबों में पाकिस्तानी आतंकी (terrorists) संगठन कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। इस वजह से वह बौखलाया हुए हैं और इंटरनेट और Mobile App की मदद से संगठन में आतंकियों (terrorists) की भर्ती कर रहे हैं।

ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि भारतीय सुरक्षाबलों की सख्ती की वजह से वह सीधे तौर पर आतंकियों की भर्ती नहीं कर पा रहे हैं। वहीं टेक्नालॉजी के प्रयोग से वह नापाक मकसद को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। ये तरीका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और आतंकी संगठनों ने निकाली है।

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इंटेलिजेंस रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि पाकिस्तानी हैकर्स युवाओं को भड़काने के लिए टेक्नालॉजी का सहारा ले रहे हैं और उन्हें फेक वीडियोज दिखा रहे हैं। इन फेक वीडियोज में ये दिखाने की कोशिश की जा रही है कि सुरक्षाबल जनता पर अत्याचार करते हैं।

बता दें कि आतंकी संगठन पहले युवाओं की भर्ती डायरेक्ट करते थे, यानी सब कुछ फिजिकली होता था। लेकिन सुरक्षाबलों की मुस्तैदी की वजह से अब वह टेक्नालॉजी का इस्तेमाल कर आतंकियों की भर्ती कर रहे हैं।

बता दें कि सुरक्षा एजेंसियां 2020 में 24 से ज्यादा आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर चुकी हैं और 40 से ज्यादा आतंकी समर्थकों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

वहीं जानकारी ये भी मिली है कि जम्मू कश्मीर में बहुत बड़े पैमाने पर आतंकियों की भर्ती हो रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के जरिए युवाओं को बरगलाया जा रहा है।

सेना अधिकारियो के हवाले से ये बात भी पता लगी है कि आतंकी संगठन हथियारों की कमी से जूझ रहे हैं। इसलिए पाकिस्तान में बैठे आतंक के आका भारत में हथियार भेजने की कोशिश कर रहे हैं।

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