तहव्वुर हुसैन राणा के प्रत्यर्पण की तैयारी शुरू, जानें 26/11 हमले के साजिशकर्ता के बारे में

पाकिस्तानी-कनाडाई नागरिक 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों (26/11 Mumbai Attacks) का साजिशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा (Tahawwur Hussain Rana) के प्रत्यर्पण की तैयारी शुरू हो गई है।

Tahawwur Rana

Tahawwur Rana II फाइल फोटो।

साल 1961 में पाकिस्तान में जन्मा राणा (Tahawwur Hussain Rana) एक पूर्व चिकित्सक है, जिसने पाकिस्तानी सेना में सेवा दी थी और बाद में वह कनाडा जाकर बस गया था।

पाकिस्तानी-कनाडाई नागरिक 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों (26/11 Mumbai Attacks) का साजिशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा (Tahawwur Hussain Rana) के प्रत्यर्पण की तैयारी शुरू हो गई है। अमेरिकी सरकार ने कैलिफोर्निया की एक अदालत में कहा है कि मुंबई आतंकी हमले के मुख्य अभियुक्त तहव्वुर हुसैन राणा को भारत प्रत्यर्पित करने का रास्ता साफ किया जाए।

अमेरिकी प्रशासन ने कहा है कि तहव्वुर हुसैन का अपराध और उसकी कानूनी स्थिति उसे भारत को हैंडओवर करने की सभी शर्तें पूरी करती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, लॉस एंजिल्स में यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट जज जैकलीन चेलोनियन ने 13 नवंबर को अपने आदेश में कहा कि तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण केस पर 12 फरवरी, 2021 को सुनवाई होगी।

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तहव्वुर राणा के पास भारत की ओर से प्रत्यर्पण की मांग के खिलाफ अपील करने के लिए 21 दिसंबर तक का वक्त है। अमेरिकी सरकार पर कनाडाई व्यवसायी तहव्वुर राणा (Tahawwur Hussain Rana) के अपील पर जवाब देने के लिए एक महीने का और समय होगा।

सूत्रों के मुताबिक, तहव्वुर राणा नए साल में भारत लाया जा सकता है। तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण 26/11 हमले में पाकिस्तान की एजेंसी ISI की गतिविधियों के बारे में और जानकारी देगा। तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर भारत के अनुरोध के बाद उसे 10 जून को लॉस एंजिलिस में गिरफ्तार किया गया था।

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बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी डेविड हेडली का सहयोगी रहा राणा डेनमार्क के अखबार जाइलैंड्स-पोस्टेन पर आतंकी हमले की साजिश रचने में शामिल रहा है। उसने मुंबई में आतंकी हमलों की साजिश रचने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 12 साल पहले हुए इस आतंकी हमले में 165 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

तहव्वुर राणा (Tahawwur Hussain Rana) को भारत ने भगोड़ा घोषित कर रखा है। तहव्वुर राणा के खिलाफ NIA की विशेष अदालत ने 28 अगस्त, 2018 को गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था। नवंबर के पहले सप्ताह में 3 दिनों के लिए NIA की 4 सदस्यीय टीम अमेरिका गई थी, जहां पर उन्होंने अमेरिकी प्रशासन से मुलाकात की थी।

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गौरतलब है कि अमेरिका में शिकागो की अदालत ने 2011 में वैश्विक स्तर पर प्रतिबंधित आतंकवादी समूह लश्कर का समर्थन करने के लिए राणा को दोषी ठहराया था। पर अमेरिकी अदालत ने मुंबई हमलों के मामले में आरोपी पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा को हमलों में सहयोग करने के आरोप से बरी कर दिया था।

हालांकि, भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने राणा के खिलाफ मामला दर्ज किया और दिल्ली की एक अदालत में उसे 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई। तब से सरकार उसे भारत में प्रत्यर्पित करने की कोशिश कर रही है।

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1961 में पाकिस्तान में जन्मा राणा (Tahawwur Hussain Rana) एक पूर्व चिकित्सक है, जिसने पाकिस्तानी सेना में सेवा की थी और बाद में वह कनाडा जाकर बस गया था। भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में शामिल रहने वाला तहव्वुर राणा अभी कनाड़ा का नागरिक है। लेकिन हाल में वह शिकागो का निवासी था, जहां उसका बिजनेस है। अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक उसने कनाड़ा, पाकिस्तान, जर्मनी और इंग्लैंड की यात्राएं की है और वहां रहा है, वह लगभग 7 भाषाएं बोल सकता है।

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