1971 भारत-पाक युद्ध के 50 साल पूरे होने पर स्वर्णिम विजय मशाल सियाचिन ग्लेशियर पहुंची

बाना चौकी से इस विजय मशाल को इंदिरा सीओएल ले जाया गया। यह सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier) का सबसे उत्तरी प्वाइंट है, यहां सेना के जवानों ने पूरे गर्मजोशी के साथ इसे प्राप्त कर स्थापित किया।

Siachen Glacier

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में हुये युद्ध में भारत की जीत के 50 साल पूरे होने के मौके पर स्वर्णिम विजय मशाल मंगलवार को सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier) पहुंच गई है।

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श्रीनगर में रक्षा प्रवक्ता कर्नल एमरॉन मुसावी ने मुताबिक, ‘‘पूरे सैन्य सम्मान के साथ सियाचिन बाना चौकी पर विजय मशाल का स्वागत किया गया। यह चौकी सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier) पर 22 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित है।

रक्षा प्रवक्ता कर्नल एमरॉन मुसावी ने अनुसार, बाना चौकी पर भारतीय सेना ने 1987 में एक अद्वितीय साहसिक अभियान के तहत कब्जा कर लिया था। मानद कैप्टन बाना सिंह को इस अभियान के लिए सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।

कर्नल एमरॉन मुसावी ने बताया कि बाना चौकी से इस विजय मशाल को इंदिरा सीओएल ले जाया गया। यह सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier) का सबसे उत्तरी प्वाइंट है, यहां सेना के जवानों ने पूरे गर्मजोशी के साथ इसे प्राप्त कर स्थापित किया।

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