आतंकियों की पनाहगाह बालाकोट पर 15 साल से थी हमले की तैयारी, हरी झंडी का था इंतजार

15 साल पहले ही आतंक की इस फैक्टरी का नक्शा तैयार कर लिया था लेकिन वहां जाकर एयर स्ट्राइक करने की अनुमति नहीं मिल पाई थी। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने सख़्त रूख अपनाया और इन सभी आतंकी कैम्पों को खत्म करने का ठान लिया।

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बालाकोट में इंडियन एयरफोर्स ने की थी एयर स्ट्राइक।

पुलवामा  में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में 26 फरवरी को एयर स्ट्राइक की। भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई में सैकड़ों की संख्या में आतंकी मरने का अनुमान है। भारतीय सेना इसको खत्म करने की प्लानिंग बरसों से कर रही थी। 15 साल पहले ही आतंक की इस फैक्टरी का नक्शा तैयार कर लिया था और इसे खत्म करने को लेकर पूर्णरूप से तैयार थी। लेकिन वहां जाकर एयर स्ट्राइक करने की पूर्णरूप से अनुमति नहीं मिल पाई थी।

बालाकोट के इस कैंप में दशकों से आतंकी पनप रहे थे, आतंक का ये बहुत पुराना अड्डा था। लेकिन वहां कार्रवाई के लिए कभी हरी झंडी नहीं मिली। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने अपना सख़्त रूख अपनाया और इन सभी आतंकी कैम्पों को खत्म करने का ठान लिया। सनद रहे कि पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

भारत ने एयरस्ट्राइक करके पाकिस्तान और दुनिया को सख्त संदेश दिया है कि अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जो ज़मीन भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए तैयार की जाएगी उसे जड़ से खत्म कर दिया जाएगा। इसके लिए सरकार की तरफ से सेना को पूरा छूट है।

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