भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती को और मजबूती देने के लिए हाल ही में दोनों देशों के स्पेशल फोर्स के जवानों का एक संयुक्त सैन्य अभ्यास (Military Exercise) का आयोजन किया गया। ये अभ्यास हिमाचल प्रदेश के बकलोह इलाके में हुआ। जिससे कि दोनों देशों के सेनाओं को लड़ाई के दौरान पहाड़ी चुनौतियों से निपटने में महारथ हासिल हो सके, साथ ही दोनों देशों के बीच समन्वय और सहयोग को और बढ़ाया जा सके।
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रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ये सैन्य अभ्यास (Military Exercise) ‘वज्र प्रहार’ का 11वां वर्जन था। इसका मकसद संयुक्त मिशन योजना और परिचालन रणनीति जैसे क्षेत्रों में बेहतरीन चलन और अनुभवों को एक-दूसरे के साथ शेयर करना है। साथ ही कि द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास और रक्षा संबंधी आदान-प्रदान मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को प्रगाढ़ बनाने का एक अहम पहलू है।
The 11th edition of Indo-US Joint Special Forces Exercise #VAJRA_PRAHAR 2021.
Exercise was conducted at Special Forces Training School located at #Bakloh, #HimachalPradesh.
➡️Details- https://t.co/8lMHbKXz1a@indiannavy @IAF_MCC @USNavy@US7thFleet @USPacificFleet @usairforce pic.twitter.com/Lv3mf0kEpa
— PIB In Bihar 🇮🇳 Mask yourself 😷 (@PIB_Patna) March 30, 2021
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, ऐसे सैन्य अभ्यास (Military Exercise) के दौरान, भाग लेने वाले देशों की सेनाएं संयुक्त रूप से प्रशिक्षित होती हैं और योजना बनाती हैं, जिससे कि अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के खतरों का मिलकर मुकाबला किया जा सके।
भारत और अमेरिका ने 28-29 मार्च को पूर्वी हिंद महासागर इलाके में दो दिवसीय नेवी एक्सरसाइज (Navy Exercise) भी किया। जिसमें भारतीय नेवी की तरफ से युद्धपोत शिवालिक और लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान पी8आई ने भाग लिया। जबकि अमेरिका की तरफ से यूएसएस थ्योडोर रूज़वेल्ट पोत ने हिस्सा लिया।
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