
SpaceX
स्पेसएक्स (SpaceX) ने फाल्कन रॉकेट से चार अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) भेजा। ये कॉमर्शियल क्रू मिशन अपनी तय 27 घंटे के सफर को पूरा करके भारतीय समयानुसार मंगलवार सुबह करीब 10 बजे आईएसएस पर पहुंचकर इतिहास रच दिया। दिल की धड़कन रोक देने वाली इस मिशन पर गये चारो अंतरिक्षयात्री सुरक्षित हैं और वहां पहुंचकर उन्होंने पहले से मौजूद नासा के वैज्ञानिकों से मुलाकात भी की।
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यह नासा का पहला ऐसा मिशन है, जिसमें अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पर भेजने के लिए किसी निजी अंतरिक्ष यान की मदद ली गई है। फाल्कन रॉकेट ने रविवार रात को तीन अमेरिकियों और एक जापानी नागरिक को लेकर केनेडी अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी। स्पेसएक्स (SpaceX) के यान से दूसरी बार अंतरिक्ष यात्रियों को रवाना किया गया है।
इस ‘ड्रैगन’ कैप्सूल यान को इसके चालक दल के सदस्यों ने 2020 में दुनियाभर में आई चुनौतियों को देखते हुए ‘रेसिलियंस’ नाम दिया गया है। यान प्रक्षेपण के नौ मिनट बाद अपनी कक्षा में पहुंचा। ये मार्च-अप्रैल तक वहां रहेगा उसके बाद वापस पृथ्वी पर लौट आयेगा।
कमांडर माइक हॉप्किन्स ने प्रक्षेपण से ठीक पहले कहा, ‘‘इस मुश्किल समय में मिलकर काम करके, आपने देश व दुनिया को प्रेरित किया है। इस शानदार यान को रेसिलियंस नाम दिया गया है।’’
स्पेसएक्स (SpaceX) के संस्थापक व मुख्य कार्यकारी एलन मस्क को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण दूर से ही इस पर नजर रखने पर मजबूर होना पड़ा। अंतरिक्ष यात्रियों के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में पहुंचते ही कैलिफोर्निया में स्थित स्पेसएक्स मिशन कंट्रोल में मौजूद लोगों ने तालियां बजाईं।
इस प्रक्षेपण (NASA-SpaceX Mission) से अमेरिका और अंतरिक्ष स्टेशन के बीच चालक दल के सदस्यों के बारी-बारी से आने जाने की लंबी श्रृंखला की शुरुआत होगी। अधिकारियों ने कहा कि अधिक लोगों का मतलब है कि प्रयोगशाला में अधिक वैज्ञानिक अनुसंधान होगा। अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति ने नासा के इस सफलता पर ट्वीट करके बधाई भी दी है।
Congratulations to NASA and SpaceX on today’s launch. It’s a testament to the power of science and what we can accomplish by harnessing our innovation, ingenuity, and determination. I join all Americans and the people of Japan in wishing the astronauts Godspeed on their journey.
— Joe Biden (@JoeBiden) November 16, 2020
अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरने वाले यात्रियों में अमेरिकी वायुसेना के कर्नल और अंतरिक्ष यात्री माइक हॉप्किन्स, नौसेना कमांडर व अंतरिक्ष यात्री विक्टर ग्लोवर (जो अंतरिक्ष स्टेशन पर पूरे छह महीने बिताने वाले पहले अफ्रीकी-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री होंगे), भौतिक वैज्ञानिक शैनन वॉकर और जापानी अंतरिक्ष यात्री सोइची नोगुची शामिल हैं। इन चार अंतरिक्ष यात्रियों से पहले कजाखस्तान से पिछले महीने दो रूसी और एक अमेरिकी यात्रियों ने अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी।
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