कोरोना को लेकर एक्सपर्ट्स की राय, अक्टूबर तक आ सकती है तीसरी लहर; रहें सावधान

देश में कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर के कमजोर होने के बीच अब तीसरी लहर (Corona Third Wave) की आशंका जताई जा रही है। बीते कुछ दिनों में इसे लेकर कई रिपोर्ट्स सामने आई हैं।

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बच्चों और 18 साल से कम उम्र के बच्चों पर संभावित तीसरी लहर (Corona Third Wave) के प्रभाव पर विशेषज्ञों की राय अलग-अलग दिख रही है।

देश में कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर के कमजोर होने के बीच अब तीसरी लहर (Corona Third Wave) की आशंका जताई जा रही है। बीते कुछ दिनों में इसे लेकर कई रिपोर्ट्स सामने आई हैं। कहा जा रहा है कि जितनी बड़ी संख्या में लोगों का वैक्सीनेशन पूरा होगा, तीसरी लहर का असर उतना ही कम होगा।

कोरोना की तीसरी लहर के प्रभाव को लेकर मेडिकल एक्सपर्ट्स के रॉयटर्स पोल के अनुसार, अक्तूबर तक भारत में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना जताई जा रही है। वहीं, इस पोल के अनुसार, लोगों को एक साल और सावधान रहने की आवश्यकता है। इस पोल में दुनियाभर के 40 स्वास्थ्य विशेषज्ञ, डॉक्टरों, वैज्ञानिकों, वायरोलॉजिस्ट, महामारी विज्ञानियों और प्रोफेसरों को शामिल किया गया।

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इनसे 3-17 जून के बीच प्रतिक्रिया ली गई।  इस ओपिनियन पोल के मुताबिक करीब 85 फीसदी एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत में तीसरी लहर अक्टूबर महीने तक आ सकती है। कुछ ने सितंबर और अगस्त महीने में भी तीसरी लहर का प्रभाव शुरू होने की बात कही है। हालांकि, करीब 70 फीसदी एक्सपर्ट्स का मानना है कि दूसरी लहर की तुलना में तीसरी लहर का सामना भारत प्रभावी रूप से कर पाएगा।

हालांकि, बच्चों और 18 साल से कम उम्र के बच्चों पर संभावित तीसरी लहर (Corona Third Wave) के प्रभाव पर विशेषज्ञों की राय अलग-अलग दिख रही है। 40 में से 26 विशेषज्ञों ने कहा है कि बच्चों को सबसे अधिक खतरा होगा, वहीं बाकी 14 ने कहा कि ऐसा नहीं होगा।

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इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और एम्स की स्टडी में सामने आया है, जिसमें कहा गया है कि तीसरी लहर का प्रभाव बच्चों पर बहुत ज्यादा नहीं पड़ेगा। इससे पहले लगातार आशंकाएं जाहिर की जा रही थीं कि तीसरी लहर (Corona Third Wave) का बच्चों पर खतरनाक असर पड़ सकता है।

इधर, महाराष्ट्र सरकार की कोविड टास्क फोर्स ने कोरोना लहर के वक्त को लेकर कुछ अलग ही बात कही है। डेल्टा प्लस वैरिएंट का जिक्र कर कहा गया है कि राज्य में कोरोना की तीसरी लहर का पीक काफी ज्यादा घातक हो सकता है। एक्टिव केस की संख्या 8 लाख के पार जा सकती है। इसमें भी तीसरी लहर के जल्द आने की बात भी कही गई है।

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वहीं, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कोरोना (Coronavirus) की तीसरी लहर को लेकर कहा है कि नई लहर पर ज्यादा नियंत्रण होगा। इसके आने तक काफी लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका होगा। दूसरी लहर से भी कुछ हद तक प्राकृतिक प्रतिरक्षा मिलेगी।

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