राजस्थान में फिर मंडरा रहा है मुसीबतों का बादल, राज्य के पांच जिले बर्ड फ्लू से प्रभावित

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने प्रदेश के कई जिलों में फैल रहे बर्ड फ्लू (Bird Flu)  पर चिंता जाहिर करते हुए बताया कि जब फ्लेमिंगों पर संक्रमण हुआ था, तब राज्य सरकार ने आश्वस्त किया था कि प्रयोगशाला स्थापित किया जाएगा।

Bird Flu in Rajasthan

Bird Flu

राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में पक्षियों के संक्रमण के ताजा मामले सामने आने के बाद राज्य के पांच जिलो में बर्ड फ्लू (Bird Flu) फैल गया है। इससे पहले एवियन इन्फ्लूएंजा संक्रमण H5N8 झालावाड़, कोटा, बारां और जयपुर जिलों में पाया गया था। पशुपालन विभाग के अनुसार, राज्य में 410 और पक्षियों की मौत होने से राज्य में अब तक पक्षियों की मौत का कुल आंकड़ा 1458 पहुंच गया है। विभाग के मंत्री की अध्यक्षता में पोल्ट्री फार्म मालिकों के साथ एक बैठक आयोजित की गई।

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पशुपालन विभाग के प्रमुख शासन सचिव कुंजी लाल मीणा ने बताया कि राज्य में 2500 पोल्ट्री फार्म मालिक हैं। जिन्हें आवश्यक दिशानिर्देश जारी कर दिये गये हैं। अभी तक एवियन इंफ्लूएंजा संक्रमण H5N8 ((Bird Flu) ) कौओं में पाया गया है जबकि H5N1 पोल्ट्री पक्षियों में पाया गया है।

सचिव मीणा ने कहा कि प्रत्येक जिले में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। मृत पक्षियों के निस्तारण के लिये दलों को पीपीई किट दिया जायेगा और त्वरित प्रतिक्रिया दल का गठन किया गया है। साथ ही पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध तब तक नहीं लगाया जायेगा जब तक कि पक्षियों के संक्रमित होने के कोई ठोस सबूत नहीं मिलते हैं।

सचिव मीणा ने कहा कि डरने की कोई जरूरत नहीं है। वायरस (Bird Flu) कौओं में पाया गया है और पोल्ट्री पक्षियों में नहीं मिला है। राज्य स्तरीय प्रयोगशाला स्थापित करने का प्रस्ताव भी है जिसे केन्द्र सरकार द्वारा मंजूर किया जायेगा।

वहीं राजस्थान के बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार को इस खतरे से निपटने के लिये जिस तरीके से काम करना चाहिए था, उतना नहीं किया गया। एक बयान में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने प्रदेश के कई जिलों में फैल रहे बर्ड फ्लू (Bird Flu)  पर चिंता जाहिर करते हुए बताया कि जब फ्लेमिंगों पर संक्रमण हुआ था, तब राज्य सरकार ने आश्वस्त किया था कि प्रयोगशाला स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा बड़े पैमाने पर प्रवासी पक्षी भी राजस्थान आते हैं और स्थानीय पक्षी भी यहां सबसे अधिक हैं। ऐसे में राज्य सरकार की तरफ से कोई कार्ययोजना या गम्भीरता अभी तक नहीं देखने को मिली है।

बीजेपी नेता ने बताया कि 200 से भी ज्यादा पक्षी मर चुके हैं, जो कहीं ना कहीं संक्रमण का शिकार हुए हैं। समस्या ये है कि संक्रमण पोल्ट्री तक पहुँचने के बाद यदि फैलेगा तो यह स्तनधारियों, मानवों और पशुओं के लिए भी खतरनाक होगा।

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