बर्फबारी में पर्यटकों को भा रही है रेल, जाम-सड़क बंद की समस्या से मिली मुक्ति

Kashmir

कई महीने तक कश्मीर (Kashmir) घाटी में बंद पड़ी रेल सेवा के फिर से शुरू होने पर जबरदस्त मांग बनी हुई है। कश्मीर (Kashmir) में बर्फबारी के बीच लोकल रेल सेवा मुफीद साबित हो रही है। पर्यटकों की मांग को देखते हुए शासन-प्रशासन 3 ट्रेनों के बजाय अब 18 ट्रनों को चला रही है साथ ही ट्रेनों की स्पीड भी 45 किमी/घंटे से बढ़ाकर 100 किमी/घंटे कर दिया है।

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कश्मीर (Kashmir) में इस साल सड़क मार्ग पर जाम और बर्फबारी की वहज से अक्सर सड़क बंद हो जाने की मुसीबत से यहां के दैनिक यात्रियों को रूबरू नहीं होना पड़ रहा है। वे सड़क मार्ग से बहुत ही कम समय में अपने गंतव्य को पहुंच रहे हैं। यात्रियों की मांग की वहज से रोजाना तीन ट्रेनों की बजाय 18 ट्रेनें प्रतिदिन चलाई जा रही हैं।

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में अनुच्छेद 370 हटने और अर्से से कश्मीर घाटी में फिर से ट्रेनों का संचालन शुरू करने का निर्णय लिया गया। करीब एक पखवाड़े बारामूला-श्रीनगर-बनिहाल रेलमार्ग का निरीक्षण मंडल के रेल प्रबंधक राजेश अग्रवाल द्वारा करने के बाद फिर से ट्रेन सेवा शुरू की गई है। एक पखवाड़े से रोजाना ट्रेनों की मांग बनी हुई है। बड़ी संख्या दैनिक यात्रियों द्वारा सफर किया जा रहा है। घाटी में पूरे रेल सेक्शन में अकेले श्रीनगर रेलवे स्टेशनों पर रोजाना एक हजार टिकटों की बिक्री हो रही है।

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बर्फबारी और जाम की वजह से सड़क मार्ग से दूर ट्रेन से यात्री समय पर सफर कर रहे हैं। रेल अधिकारियों के अनुसार, ट्रेन सेवा को सुबह 9 से शाम 5 बजे तक कर दिया गया है। बंद होने से पहले यह सेवा सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे थी। तीन ट्रेनों की बजाय रोजाना 18 ट्रेनें चलाई जा रही हैं। पहले 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चल रही थी अब उसे 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जा रहा है। कम समय और सस्ते किराये में बनिहाल-श्रीनगर-बारामूला पूरे रेल मार्ग यात्री सफर कर रहे हैं

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