फाइल फोटो।
2007 से 2011 के बीच राफेल ने कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। वर्ष 2011 में फ्रेंच नेवी द्वारा लीबियाई शहर बेंगाजी और त्रिपोली पर हमला हमला किया गया। इस हमले में राफेल में लगे हैमर और लेजर गाइडेड मिसाइलों ने बिल्कुल सटीक निशान लगाया।
भारत राफेल (Rafale) के इंतजार में है और राफेल भारत पहुंचने के। आज वह शुभ दिन है जब तीन दिन की यात्रा कर 5 राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुंचेंगे। विमानों के स्वागत के लिए हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। इन लड़ाकू विमानों के वायु सेना में शामिल होने से भारतीय वायु सेना की ताकत बढ़ेगी।
राफेल (Rafale) ने पहले भी कई अन्य देशों में सफल ऑपरेशन कर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया है। यह रडार को चकमा देकर सटीक निशाने पर हमला करने में सफल रहा है। राफेल लड़ाकू विमान को फ्रेंच नेवी ने 2004 में अपने सैन्य बेड़े का हिस्सा बनाया।
ये भी पढ़ें- First World War: जहरीली गैस के हमले से बचने के लिए जब सैनिकों को कपड़ों पर लगानी पड़ी पेशाब…
जिसके बाद वर्ष 2007 में इसे फ्रेंच वायुसेना में शामिल किया गया। 2007 में ही अमेरिका के साथ मिलकर फ़्रांस ने राफेल फाइटर जेट्स की मदद से ओसामा बिन लादेन और तालिबान के कई आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए। इस मिशन में फ़्रांस ने 6 राफेल फाइटर जेट्स भेजे, जिनमें 250 किलो के लेजर गाइडेड जीबीयू-12 बम लगे थे।
2007 से 2011 के बीच राफेल (Rafale) ने कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। वर्ष 2011 में फ्रेंच नेवी द्वारा लीबियाई शहर बेंगाजी और त्रिपोली पर हमला हमला किया गया। इस हमले में राफेल में लगे हैमर और लेजर गाइडेड मिसाइलों ने बिल्कुल सटीक निशान लगाया।
लीबिया के टैंक, वज्रधारी वाहन, आयुध भंडार, कमांड सेंटर, एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह बर्बाद कर दिया। 9 घंटे 35 मिनट हवा में रहकर इसने अफ्रीकी देश माली में दुश्मन के 21 ठिकानों को नष्ट किया। 2014 में इराक तथा 2018 में सीरिया में राफेल ने अपनी काबिलियत दिखाते हुए कई आतंकी ठिकाने बर्बाद कर दिए।
ये भी देखें-
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App