जानें कौन थीं प्रोफेसर चित्रा घोष, निधन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि

स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) की भतीजी और प्रोफेसर चित्रा घोष (Professor Chitra Ghosh) का 7 जनवरी की रात को निधन हो गया है। चित्रा घोष 90 साल की थीं।

Professor Chitra Ghosh

Professor Chitra Ghosh presents SAAWG member Margaret Edwards with the Chitra Ghosh prize at the #GWIConference2016 (File Photo)

नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) के परिवार के ही सदस्य और बीजेपी नेता चंद्र कुमार बोस (Chandra Kumar Bose) ने ट्विटर पर चित्रा घोष (Professor Chitra Ghosh) के निधन की जानकारी दी।

स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) की भतीजी और प्रोफेसर चित्रा घोष (Professor Chitra Ghosh) का 7 जनवरी की रात को निधन हो गया है। चित्रा घोष 90 साल की थीं।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार के ही सदस्य और बीजेपी नेता चंद्र कुमार बोस (Chandra Kumar Bose) ने ट्विटर पर चित्रा घोष के निधन की जानकारी दी। चित्रा घोष के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) समेत अन्य कई दिग्गजों ने शोक व्यक्त किया और श्रद्धांजलि दी है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 8 जनवरी को एक तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, “प्रोफेसर चित्रा घोष ने सामाजिक जीवन और शिक्षा के क्षेत्र में शानदार काम किया। मेरी जब उनसे मुलाकात हुई थी, तब हमने कई विषयों पर सघन चर्चा की थी, जिसमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी फाइलों पर भी बात हुई थी। उनके परिवार के प्रति संवेदना, ऊं शांति।”

बता दें कि प्रोफेसर चित्रा घोष (Professor Chitra Ghosh), नेताजी सुभाष चंद्र बोस के भाई शरत चंद्र बोस (Sharat Chandra Bose) की सबसे छोटी बेटी थीं। वह एक प्रख्यात प्रोफेसर भी थीं। वह संसद की सदस्य भी रहीं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी फाइलों, मौत के रहस्यों को लेकर चित्रा घोष ने लगातार काम किया।

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चित्रा घोष ने पॉलिटिकल साइंस और इकॉनोमिक्स के क्षेत्र में काम किया। साथ ही बंगाल सरकार के शिक्षा विभाग के साथ भी लंबे वक्त तक जुड़ी रहीं। उन्होंने जाधवपुर यूनिवर्सिटी, कोलकाता के एशियन स्टडीज समेत अन्य कुछ विद्यालयों में भी विभिन्न पदों पर सेवा दी।

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