कोरोना महामारी से अनाथ हुये बच्चों को मुफ्त शिक्षा मिलेगी, 10 लाख और हेल्थ इंश्योरेंस देने का ऐलान

इस कोष का इस्तेमाल 18 वर्ष के बाद अगले पांच वर्षों तक उन्हें मासिक वित्तीय सहयोग देने में किया जाएगा। जिससे कि उच्च शिक्षा के दौरान बच्चे अपनी निजी जरूरतों को पूरा कर सकें।

सांकेतिक तस्वीर

कोरोना की वजह से अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने पीएम केयर फंड से कई योजनाओं का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister) के अनुसार, कोरोना से अपने माता–पिता को खोने वाले बच्चों की शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक में केंद्र सरकार मदद करेगी।

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प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि पीएम मोदी (Prime Minister) ने ऐलान किया है कि कोरोना महामारी के दौरान अपने माता–पिता को गंवाने वाले बच्चों की ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन‘ योजना के तहत मदद की जाएगी। सरकार की ओर से अनाथ बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी और उनका मेडिकल इंश्योरेंस भी किया जाएगा।

अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल की दूसरी वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कोविड–19 के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की। इसमें ऐसे बच्चों के 18 वर्ष पूरा होने पर उन्हें दस लाख रुपये दिए जाने और उनकी शिक्षा को लेकर प्रावधान शामिल हैं।

इस तरह के बच्चों का सहयोग करने के लिए उपायों पर विचार–विमर्श की खातिर एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए पीएम ने बताया कि ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन’ योजना के तहत उनका सहयोग किया जाएगा। बाद में पीएमओ ने एक बयान जारी कर बताया कि इस तरह के बच्चों के नाम पर सावधि जमा योजना शुरू की जाएगी और पीएम केयर्स कोष से एक विशेष योजना के तहत इसमें योगदान दिया जाएगा। जिससे कि 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर प्रत्येक के लिए 10 लाख रुपए का कोष बनाया जा सके।

इस कोष का इस्तेमाल 18 वर्ष के बाद अगले पांच वर्षों तक उन्हें मासिक वित्तीय सहयोग देने में किया जाएगा। जिससे कि उच्च शिक्षा के दौरान बच्चे अपनी निजी जरूरतों को पूरा कर सकें। 23 वर्ष की उम्र में निजी और पेशेवर इस्तेमाल के लिए उन्हें एक निश्चित धनराशि दी जाएगी।

इन योजनाओं की घोषणा करते हुए पीएम मोदी (Prime Minister) ने बताया कि बच्चे देश के भविष्य हैं और उनका समर्थन करने व उनका संरक्षण करने के लिए सरकार हरसंभव सहयोग करेगी। जिससे कि बच्चे मजबूत नागरिक बन सकें और उनका भविष्य उज्ज्वल हो।

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पीएमओ के बयान के अनुसार‚ पीएम मोदी (Prime Minister) ने कहा कि इस तरह की कठिन परिस्थिति में समाज के तौर पर हमारा कर्तव्य है कि अपने बच्चों की देखभाल करें और उज्ज्वल भविष्य के लिए उनमें उम्मीद जगाएं। ऐसे सभी बच्चे जिनके माता–पिता दोनों या वैधानिक अभिभावक/गोद लेने वाले अभिभावक की कोविड–19 के कारण मौत हो गई है‚ उन्हें ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन’ योजना के तहत सहयोग दिया जाएगा। साथ ही दस वर्ष से कम उम्र के बच्चों का नजदीकी केंद्रीय विद्यालय या निजी स्कूल में नामांकन कराया जाएगा।

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