पेट्रोल-डीजल और LPG सिलेंडर के दाम बढ़े, आम लोगों को झेलनी पड़ सकती है महंगाई की मार

तेल कंपनियों (Oil Companies) ने 4 फरवरी को पेट्रोल-डीजल के दाम 35-35 पैसे प्रति लीटर बढ़ा (Fuel Price Hike)  दिया है। इसी तरह एलपीजी (LPG) सिलिंडर की कीमत भी बढ़ गई है।

Fuel Price Hike

Fuel Price Hike

नए साल में पेट्रोल और डीजल की कीमतों ने रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल (Fuel Price Hike) की है। इससे महंगाई बढ़ने के आसार दिख रहे हैं।

तेल कंपनियों (Oil Companies) ने 4 फरवरी को पेट्रोल-डीजल के दाम 35-35 पैसे प्रति लीटर बढ़ा (Fuel Price Hike)  दिया है। इसी तरह एलपीजी (LPG) सिलिंडर की कीमत भी बढ़ गई है। दिल्ली में पेट्रोल 86.65 रुपये लीटर हो गया है। गौरतलब है कि बजट में पेट्रोल और डीजल पर कृष‍ि इन्फ्रा सेस लगा दिया गया है। लेकिन सरकार का कहना है कि इसका आम उपभोक्ताओं पर असर नहीं होगा।

इंडियन ऑयल के मुताबिक, उपभोक्ताओं को 14 किलोग्राम वाले नॉन सब्सिडी घरेलू गैस सिलिंडर के लिए ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। एलपीजी सिलिंडर के दाम 25 रुपये बढ़ गए हैं। इसके लिए दिल्ली में 719 रुपये प्रति सिलिंडर, कोलकाता में 745.50 रुपये प्रति सिलिंडर, मुंबई में 710 और चेन्नई में 735 रुपये प्रति सिलिंडर देना होगा।

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वहीं, दिल्ली में 4 फरवरी को पेट्रोल जहां 86.65 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया, वहीं डीजल 76.83 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। इसी तरह मुंबई में पेट्रोल 93.20 रुपये और डीजल 83.67 रुपये लीटर, चेन्नई में 89.13 पेट्रोल रुपये और डीजल 82.04 रुपये प्रति लीटर तथा कोलकाता में पेट्रोल 88.01 रुपये और डीजल 80.41 रुपये लीटर हो गया है। नोएडा में पेट्रोल 85.91 रुपये और डीजल 77.24 रुपये लीटर हो गया है।

गौरतलब है कि वर्ष 2021-22 के बजट में पेट्रोल पर ढाई रुपये प्रति लीटर और डीजल पर चार रुपये प्रति लीटर कृषि सेस लगाने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, सरकार का कहना है कि इस सेस का उपभोक्‍ताओं को अतिरिक्‍त बोझ नहीं पड़ेगा। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कृषि सेस को बढ़ाने के साथ ही बेसिक एक्‍साइज ड्यूटी और एडिशनल एक्‍साइज ड्यूटी के रेट को कम कर दिया गया है।

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अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल लगातार मजबूत हो रहा है। हालांकि, भारतीय बॉस्केट के लिए जो कच्चा तेल आता है उस पर अंतरराष्ट्रीय रेट का असर 20-25 दिन बाद दिखता है। गौरतलब है कि नए साल में पेट्रोल और डीजल की कीमतों ने रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल (Fuel Price Hike) की है। इससे महंगाई बढ़ने के आसार दिख रहे हैं। खासकर डीजल के दाम बढ़ने का असर कई सेक्टर पर होता है। इससे किसानों की सिंचाई लागत बढ़ जाती है और माल भाड़ा महंगा हो जाता है। माल भाड़ा महंगा होने से हर तरह की वस्तुओं में महंगाई की आशंका बढ़ जाती है।

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