जम्मू कश्मीर: एयरफोर्स स्टेशन पर ड्रोन हमले ने उड़ाई भारतीय एजेंसियों की नींद, पाक सेना का ये अधिकारी है मास्टरमाइंड

पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान (Pakistan) और वहां की जमीन से चलने वाले आतंकी संगठन ड्रोन के जरिए भारत में हथियार, असलहा-बारूद गिराने का काम कर रहे है।

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Image Credit: Northlines

पाकिस्तान (Pakistan) जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर चीन की मदद से बेशक आतंकी साजिश को अंजाम देने में सफल रहा हो, लेकिन मुख्य साजिशकर्ता पाक सेना के मेजर जनरल साहिर शमशाद के बड़े हमले के मंसूबे पर पानी फिर गया। पाक का ‘नापाक परिंदा’ बड़े मंसूबे के साथ एयरपोर्ट परिसर में घुस तो गया, लेकिन टार्गेट मिस हुआ और बड़े हमले की साजिश नाकाम हो गई।

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सूत्रों अनुसार, पाकिस्तान (Pakistan) से महज 14 किलोमीटर दूर जम्मू के सतवारी एयरबेस पर शनिवार व रविवार की देर रात पांच मिनट के अंतराल पर हुए दो धमाकों ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की परेशानी बढ़ा दी है। खुफिया सूत्रों ने बताया कि इस हमले का मास्टरमाइंड पाक सेना का अधिकारी शमशाद है। ऐसी आशंका है कि उसके इशारे पर पाक आतंकी संगठनों अलबद्र और जैश ने इस हमले को अंजाम दिया और दोनों ड्रोनों को पाक-भारत सीमा से सटे भारतीय इलाके से छोड़ा गया।

सूत्रों के अनुसार, इसे सुरक्षा चूक ही कहा जाएगा, क्योंकि बार-बार यह इनपुट दिया जा रहा था कि पाक ड्रोन से हमला कर सकता है। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पहले ही आगाह कर दिया था कि पाक ने चीन से भारी संख्या में ड्रोन खरीद कर अपने यहां ड्रोन बेस बनाया है।

शुरुआती जांच में इस हमले के तार पाकिस्तान (Pakistan) से जुड़ते नजर आ रहे हैं, हालांकि ड्रोन से हमले की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन जिस तरह से परिसर की इमारत की छत पर सुराख हुआ है, उससे आशंका जताई जा रही है कि ये एक आतंकी हमला है और इसमें क्वॉडकॉपर ड्रोन के जरिए स्टेशन पर आसमान से पे-लोड गिराए गए।

सूत्रों के मुताबिक, दरअसल पाकिस्तान (Pakistan) में सक्रिय आतंकी संगठनों ने पिछले साल चीन से ड्रोन खरीदे थे, जो 20 किलोग्राम पेलोड के साथ 25 किलोमीटर की उड़ान भरने में सक्षम थे। हमले के बाद अंबाला, पठानकोट और अवंतिपुरा एयरबेस को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।

दरअसल, इस हमले के निशाने पर एयरबेस पर खड़े हेलिकॉप्टर और अन्य सैनिक साज-ओ-सामान थे। भले ही धमाकों में ज्यादा नुकसान न हुआ हो, लेकिन ड्रोन अटैक की आशंका से एयरफोर्स स्टेशन जैसे संवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा पर प्रभाव पड़ता है।

गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान (Pakistan) और वहां की जमीन से चलने वाले आतंकी संगठन ड्रोन के जरिए भारत में हथियार, असलहा-बारूद गिराने का काम कर रहे है। अब तक कई बार भारतीय सुरक्षाबल और एजेंसियां पाकिस्तान के इन मंसूबों को नाकाम कर चुकी है। न सिर्फ जम्मू-कश्मीर बल्कि राजस्थान और पंजाब में भी पाकिस्तान की सीमा से लगते इलाकों में पाक संचालित ड्रोन से जुड़ी घटनाएं सामने आ चुकी है।

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