इमरान खान की बेचैनी बढ़ी, पाकिस्तानियों को कश्मीर नहीं जाने के लिए चेताया

भारत को बार-बार धमकी देने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगता है अब डर गए हैं। 18 सितंबर को उन्होंने पाकिस्तानियों को चेतावनी दी कि वे जिहाद के लिए कश्मीर नहीं जाएं, क्योंकि इससे कश्मीरियों को नुकसान पहुंचेगा।

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प्रधानमंत्री इमरान खान लगता है अब डर गए हैं। 18 सितंबर को उन्होंने पाकिस्तानियों को चेतावनी दी कि वे जिहाद के लिए कश्मीर नहीं जाएं

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भारत को बार-बार धमकी देने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगता है अब डर गए हैं। 18 सितंबर को उन्होंने पाकिस्तानियों को चेतावनी दी कि वे जिहाद के लिए कश्मीर नहीं जाएं, क्योंकि इससे कश्मीरियों को नुकसान पहुंचेगा। इमरान खान ने कहा, ‘अगर पाकिस्तान से कोई जिहाद के लिए भारत जाएगा…तो वह कश्मीरियों के साथ अन्याय करने वाला पहला व्यक्ति होगा, वह कश्मीरियों का दुश्मन होगा।’ इमरान खान ने दावा किया कि भारत को कश्मीर के लोगों पर कार्रवाई करने के लिए महज एक बहाने की जरूरत है। पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर स्थिति तोरखाम टर्मिनल का उद्घाटन करने के बाद इमरान खान ने यह कहा।

उन्होंने एक बार फिर से दावा किया कि भारत कश्मीर से ध्यान भटकाने के लिए झूठा आरोप लगा कर अभियान शुरू कर सकता है। इमरान खान की अमेरिका की अहम यात्रा से पहले कश्मीर में जिहादी गतिविधियों को हतोत्साहित करने वाला उनका यह बयान आया है। अपनी इस यात्रा के दौरान वह संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे। खान ने कहा कि अगले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के सत्र में वह कश्मीर मुद्दा इतने जोरदार तरीके से उठाएंगे कि जैसा पहले कभी नहीं हुआ होगा। प्रधानमंत्री खान ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ न्यूयार्क में अपनी बैठक के दौरान शांति प्रक्रिया बहाल करने पर जोर देंगे।

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उन्होंने कहा कि यदि वार्ता फिर से शुरू नहीं होती है और अफगान चुनावों में तालिबान हिस्सा नहीं लेता है तो यह एक त्रासदी होगी। दरअसल, कुछ दिन पहले ट्रंप ने कहा था कि तालिबान के साथ वार्ता बंद हो गई है। इसके बाद इस बारे में खान का यह बयान आया है। रेडियो पाकिस्तान की खबर के मुताबिक, खान ने कहा कि भारत के साथ वार्ता तब तक नहीं हो सकती, जब तक कि वह कश्मीर में कर्फ्यू नहीं हटा लेता है और अनुच्छेद 370 हटाने के अपने फैसले को रद्द नहीं कर देता है। नियंत्रण रेखा की ओर कुछ राजनीतिक दलों और धार्मिक पार्टियों की एक प्रस्तावित यात्रा इस हफ्ते की शुरुआत में स्थगित कर दी गई थी।

दरअसल, इमरान खान ने उनसे कहा था कि 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में उनके संबोधन तक इसे टाल दिया जाए। खान ने यह भी दावा किया कि सिंध प्रांत के घोटकी में एक हिंदू मंदिर पर हमला उनके संयुक्त राष्ट्र महासभा संबोधन में खलल डालने की एक साजिश है। उन्होंने कहा, ‘घोटकी में जो कुछ हुआ उसकी मैं निंदा करता हूं।’ अफगानिस्तान के विषय पर खान ने कहा कि इस पड़ोसी देश (अफगानिस्तान) के साथ रूकी पड़ी शांति प्रकिया को बहाल करने के लिए पाकिस्तान अपनी पुरजोर कोशिश करेगा।

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