अरब सागर में चुनौती खड़ी कर सकता है पाकिस्तान, बना रहा नई पनडुब्बी

पाकिस्तान (Pakistan) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। पाकिस्तान अपनी नई पनडुब्बी (Submarine) बना रहा है। कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें कराची बंदरगाह के अंदर एक पनडुब्बी दिख रही है, जिस पर कोई कवर नहीं है।

Submarine

File Photo

पाकिस्तान (Pakistan) अपनी नई पनडुब्बी (Submarine) बना रहा है। कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें कराची बंदरगाह के अंदर एक पनडुब्बी दिख रही है, जिस पर कोई कवर नहीं है।

पाकिस्तान (Pakistan) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। पाकिस्तान अपनी नई पनडुब्बी (Submarine) बना रहा है। कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें कराची बंदरगाह के अंदर एक पनडुब्बी दिख रही है, जिस पर कोई कवर नहीं है। यह जानकारी एक ओपन सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) के ट्विटर हैंडल से मिली है, जिसमें सैटेलाइट तस्वीर के जरिए पाकिस्तान की पनडुब्बी को दिखाया गया है।

इस ट्वीट में कहा गया है कि यह एक मिनी सबमरीन है। यानी छोटे साइज की पनडुब्बी। साथ ही इस ट्वीट में एक लिंक दिया गया है। जिसमें इस पनडुब्बी (Submarine) की खासियत को बताया गया है।

ट्विटर हैंडल d-atis☠️@detresfa_से इस पनुडब्बी की सैटेलाइट तस्वीर जारी की गई है। इस ट्वीट में एक लिंक भी है। www.hisuttom.com की इस लिंक में बताया गया है कि कराची के PNS इकबाल पर पाकिस्तानी नेवी सील का कोर्स पूरा करने वाले सैनिकों की पासिंग आउट परेड के समय भी यह पनडुब्बी दिखाई दे रही थी।

ये तस्वीरें 3 जुलाई, 2020 की है, जिसमें पनडुब्बी को ढंका गया था। बता दें कि कराची का पीएनएस इकबाल पाकिस्तानी नौसेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) का सैन्य अड्डा है। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, पाकिस्तान इस पनडुब्बी से अरब सागर में चुनौती खड़ी कर सकता है।

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पाकिस्तान की यह सीक्रेट पनडुब्बी (Submarine) करीब 55 फीट लंबी और 7 से 8 फीट चौड़ी है। इसके अलावा ‘द डिप्लोमैट’ नाम की न्यूज वेबसाइट ने पिछले साल 29 अप्रैल को एक खबर प्रकाशित की थी, जिसमें कहा था पाकिस्तान की यह नई मिनी सबमरीन भारत के लिए अरब सागर में चुनौती खड़ी कर सकती है।

पाकिस्तान ने पिछले पांच सालों में चीन और तुर्की के साथ दो बड़ी पनडुब्बी डील की है। इस डील में वो अपनी पनडुब्बियों को इन देशों की मदद से अपग्रेड करना चाहती है। साल 2015 में पाकिस्तान ने चीन के साथ 8 हैंगोर (Hangor) टाइप 042 यूआन क्लास सबमरीन को बनाने का समझौता किया था।

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इसमें से चार पनडुब्बियों को कराची शिपयार्ड पर बनाया जाना था। जिसमें चीन से टेक्नोलॉजी ट्रांसफर का संभावित समझौता भी शामिल था। साल 2016 में पाकिस्तान ने तुर्की की हथियार निर्माता कंपनी STM को 350 मिलियन डॉलर्स यानी 26,039 करोड़ की डील की थी, जिसमें इस कंपनी को पाकिस्तान की अगोस्ता (Agosta) 90बी पनडुब्बियों को आधुनिक बनाना था।

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ऐसा माना जा रहा है कि तुर्की और चीन मिलकर पाकिस्तान की नौसेना को अपग्रेड करने में महत्वपूर्ण योगदान करेंगे। इसके अलावा पाकिस्तान खुद स्वदेशी मिनी सबमरीन बनाने की तैयारी कर रही है। इसके पहले पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG Navy) खुफिया ऑपरेशंस के लिए Cosmos MG110 पनडुब्बियों का उपयोग कर रही है।

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