करतारपुर कॉरिडोर पर पाकिस्तान ने चली नई चाल, मैनेजमेंट यूनिट से सिखों को हटाया

पाकिस्तान (Pakistan) सरकार ने करतारपुर (Kartarpur Corridor) पर एक बार फिर नई चाल चली है। पाक सरकार ने करतारपुर गुरुद्वारे का रख-रखाव पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से छीन कर ETPB यानी Evacuee Trust Property Board को दे दिया है।

Kartarpur Corridor

फाइल फोटो।

पहले सिख श्रद्धालु दूरबीन के जरिए करतारपुर गुरुद्वारे का दर्शन करते थे, लेकिन भारत और पाकिस्तान सरकार ने मिलकर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) बना दिया है।

पाकिस्तान (Pakistan) सरकार ने करतारपुर (Kartarpur Corridor) पर एक बार फिर नई चाल चली है। पाक सरकार ने करतारपुर गुरुद्वारे का रख-रखाव पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से छीन कर ETPB यानी Evacuee Trust Property Board को दे दिया है। भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता कि बात यह है कि इस बोर्ड की “प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट” में कुल 9 सदस्य हैं, लेकिन उनमें एक भी सिख समुदाय से नहीं है।

गौरतलब है कि प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट में तैनात सभी 9 सदस्य ETPB से ताल्लुक रखते हैं और पाकिस्तान में ETPB को ISI पूरे तरीके से कंट्रोल करती है। मतलब ये कि अब करतारपुर गुरुद्वारे का रख रखाव आईएसआई की निगरानी में होगा। मो. तारिक खान को प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट का सीईओ बनाया गया है।

भारत अपने दुश्मनों पर अब अंतरिक्ष से रखेगा पैनी नजर, 7 को लॉन्च होगा भारत का अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट

पाकिस्तान सरकार के इस फैसले की कॉपी में यह भी कहा गया है कि गुरुद्वारे का रख-रखाव करने वाला प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट इस संबंध में एक प्रोजेक्ट बिजनेस प्लान को लागू करेगा। यानी इमरान खान की सरकार आस्था के स्थल को व्यावसायिक स्थल में बदलने का इरादा रखती है।

बता दें कि करतारपुर गलियारे को खोलने से पहले ही पाक ने साफ कर दिया था कि वो हर श्रद्धालु से 20 डॉलर सर्विस फीस वसूलेगी। पाकिस्तान का इस गलियारे से हर साल 258 करोड़ रुपए कमाने का लक्ष्य था। भारत ने कई बार पाकिस्तान से इस पर विरोध भी किया था, लेकिन पाक इस पर सहमत नहीं हुआ।

अमेरिका ने चीन को दिया एक और झटका, ड्रैगन के पड़ोसी को खतरनाक ड्रोन और हार्मोन मिसाइल देने पर राजी

बता दें कि सिखों के पवित्र स्थल में से एक करतारपुर साहिब को गुरुनानक देव का निवास स्थान बताया जाता है। पाकिस्तान में पड़ने वाले इस स्थान पर ही गुरुनानक देव ने अपनी अंतिम सांसें ली थीं। पहले सिख श्रद्धालु दूरबीन के जरिए करतारपुर गुरुद्वारे का दर्शन करते थे, लेकिन भारत और पाकिस्तान सरकार ने मिलकर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) बना दिया है।

भारत में पंजाब के डेरा बाबा नानक से अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक कॉरिडोर का निर्माण किया गया है और वहीं पाकिस्तान भी सीमा से नारोवाल जिले में गुरुद्वारे तक कॉरिडोर का निर्माण हुआ है। इसी को करतारपुर साहिब कॉरिडोर कहा गया है। करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) को लेकर पाकिस्तान की चाल पहले भी कई बार सामने आ चुकी है।

ये भी देखें-

हालांकि, कोरोना महामारी के चलते फिलहाल करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) बंद है। भारत ने कहा है कि इसे खोलने का फैसला पाबंदियों में ढील होने के बाद सही समय पर लिया जाएगा। 30 नवंबर को गुरु नानक देव जी की 551वीं जयंती है, जिसके लिए पाकिस्तान ने सिख श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया है, वहीं भारत के सामने भी पाक ने करतारपुर कॉरिडोर को खोलने का प्रस्ताव रखा है।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें