
7 सितंबर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी एलओसी का दौरा किया।
भारत के जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 ( Article 370) हटाए जाने के बाद से ही तिलमिलाहट में पाकिस्तान आए दिन कुछ न कुछ बयानबाजी करता रहता है। पाकिस्तानी सियासतदान लगातार परमाणु हमले और युद्ध की धमकियां दे रहे हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि पाकिस्तान खुद ही डरा हुआ है। यही कारण है कि अपनी सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए पाकिस्तान के अफसर और नेता लगातार एलओसी का दौरा कर रहे हैं। इसी बीच 7 सितंबर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी एलओसी का दौरा किया। पाकिस्तान के अखबार डॉन के अनुसार, एलओसी के दौरे पर पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, रक्षा मंत्री परवेज खटक और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी सहित कई अन्य नेता मौजूद थे।

पाकिस्तान ने कश्मीर मामले को मुस्लिम समुदाय से जोड़ने की पूरी कोशिश की थी, पर वह पूरी तरह नाकाम रहा था। हाल ही में पाकिस्तान दौरे पर गए यूएई के विदेश मंत्री शेख अबदुल्ला बिन जायद बिन सुल्तान अल नाहयान ने साफ कहा था कि कश्मीर मसले का मुस्लिम समुदाय से कुछ लेना देना नहीं है। ये भारत और पाकिस्तान के बीच का द्विपक्षीय विवाद है। पाकिस्तान इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्रसंघ में भी लेकर गया था। लेकिन वहां भी उसे निराशा ही हाथ लगी थी। इससे पहले, पाकिस्तानी सेना के प्रमुख बाजवा ने कहा था कि पाकिस्तानी सेना का हर सिपाही कश्मीर के लिए आखिरी गोली तक लड़ेगा।
बाजवा ने भारत को गीदड़ भभकी देते हुए कहा कि वह कश्मीर मुद्दे पर किसी भी हद तक जाएंगे। कश्मीर पर बाजवा ने कहा, ‘‘कश्मीरी जनता भारत की हिंदूवादी सरकार और वहां की सेना के जुल्मों का शिकार हो रही है। घाटी में भारत समर्थित आतंकवाद है। कश्मीर पाकिस्तान के पूरा होने का एक अधूरा एजेंडा है और यह तब ऐसा तक रहेगा, जब तक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप विवाद हल नहीं हो जाता।’’ गौरतलब है कि इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, रेल मंत्री समेत कई नेता भारत के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं और युद्ध की धमकी दे चुके हैं।
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