हिजबुल कमांडर नायकू की मौत से बौखलाया पाकिस्तान, LoC पर तेज हुई आतंकी गतिविधियां

पाकिस्तान (Pakistan) ने F-16 तथा JAF-17 लडाकू विमानों के जरिए आसमानी गश्त शुरू कर दी है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी हुकूमत को यह डर सता रहा है कि छिंदवाड़ा में गत सप्ताह शहीद हुए सेना के जांबाज कर्नल, मेजर, जवानों व जेकेपी के एक सब इंस्पेक्टर की शहादत का बदला लेने के लिए कहीं बालाकोट की तरह हमला करके भारत करारा जवाब न दे।

Militants

हिज्बुल मुजाहिदीन के घाटी ऑपरेशनल कमांडर रियाज नायकू की मुठभेड़ में हुई मौत के बाद से पाकिस्तान (Pakistan) बौखला गया है। पाकिस्तान की दिशा से आतंकी गतिविधियां तेज हो गई हैं। सरहद से सटे लांचिग पैड्स पर बड़ी संख्या में लश्कर-ए-तैय्यबा (LeT) व जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के दुर्दांत आतंकी (Militants) घातक हथियारों के साथ मौजूद हैं।

सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान (Pakistan) ने अपनी दिशा में सरहद पर सेना व पाक रेंजर्स की संख्या बढ़ाया है। इस बाबत देश की प्रमुख खुफिया एजेंसियों से लगातार मिल रहे इनपुट्स को लेकर राष्ट्रीय खुफिया व सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने नई दिल्ली में एक अहम बैठक की है।

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मालूम हो कि पाकिस्तान (Pakistan) की ओर से इस साल अप्रैल के अंत तक 4 महीनों में करीब 1400 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया है। इसके लिए उसकी साजिश आतंकी दोस्तों (Militants) की घुसपैठ के साथ-साथ अग्रिम सुरक्षा चौकियों पर तैनात भारतीय जवानों व सीमांत-वासियों को निशाना बनाना है।

काबिले गौर है कि नई दिल्ली को इस बात की भी लगातार जानकारी मिल रही है कि पाकिस्तान (Pakistan) ने F-16 तथा JAF-17 लडाकू विमानों के जरिए आसमानी गश्त शुरू कर दी है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी हुकूमत को यह डर सता रहा है कि छिंदवाड़ा में गत सप्ताह शहीद हुए सेना के जांबाज कर्नल, मेजर, जवानों व जेकेपी के एक सब इंस्पेक्टर की शहादत का बदला लेने के लिए कहीं बालाकोट की तरह हमला करके भारत करारा जवाब न दे।

बताया गया कि नई दिल्ली में हुई एक अहम बैठक में तमाम खुफिया एजेंसियों, सुरक्षा एजेंसियों के आला अफसरों के अलावा सेना प्रमुख, उत्तरी कमान, नगरोटा स्थित 16वीं कोर तथा कश्मीर की 15वीं कोर के प्रमुख कमांडर ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की बैठक में भाग लिया है। इसमें प्राथमिकता के तौर पर सरहद पार आतंकियों (Militants) की घुसपैठ रोकने संबंधित ग्रिड को और मजबूत किए जाने के साथ साथ हिज्बुल मुजाहिदीन (HM) के आतंकी कमांडर रियाज नायकू की मौत के बाद घाटी में उपजे हालात पर भी चर्चा करते हुए पैनी नजर रखने को कहा गया।

बैठक में लश्कर-ए-तैय्यबा(LeT) , जैश-ए-मोहम्मद (JeM) तथा हिज्बुल मुजाहिदीन (HM) की मदद से बने नए छद्म आतंकी संगठन ‘द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) की हर हरकत पर निगाह रखने तथा उसे नेस्तनाबूद करने पर चर्चा हुई। बताया गया कि सरहद पार मौजूदा वक्त में अलग-अलग आतंकी तंजीमों के करीब 400 दुर्दांत आतंकी (Militants) लांचिंग पैड्स पर मौजूद हैं और वह एलओसी (LoC) पर बर्फ पिघलने के इंतजार व घुसपैठ की फिराक में हैं।

माना जा रहा है कि गत दिनों घाटी की नियंत्रण रेखा पर कड़ी चौकसी के बावजूद बड़ी संख्या में आतंकी घुसपैठ करने में सफल हो गए। वह उत्तरी कश्मीर के जगंलों में कहीं छिप गए हैं और घात लगातर सुरक्षाबलों पर हमले की फिराक में हैं।

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