OIC में एक बार फिर हुई पाकिस्तान की किरकिरी, खुली पोल

इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (Organization of Islamic Conference) की बैठक में एक बार फिर पाकिस्तान की किरकिरी हुई है। OIC ने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के झूठ की पोल खोल दी है।

OIC

पाकिस्तान ने इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर के जिक्र का झूठा दावा करते हुए इसे अपने लिए बड़ी जीत बताया।

इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (Organization of Islamic Conference) की बैठक में एक बार फिर पाकिस्तान की किरकिरी हुई है। OIC ने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के झूठ की पोल खोल दी है। दरअसल, पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया था कि 28 नवंबर को नाइजर की राजधानी नीमी में ओआईसी विदेश मंत्रियों की बैठक में कश्मीर को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया था।

29 नवंबर की शाम को पाकिस्तान ने इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर के जिक्र का दावा करते हुए इसे अपने लिए बड़ी जीत बताया। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट करके कहा कि नाइजर की राजधानी नियामी में हुए इस्लामिक देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान जम्मू-कश्मीर मुद्दे को नियामी घोषणा में अहम स्थान दिया गया है।

पाकिस्तान में खतरनाक हथियार रखना आम बात क्यों है? दूल्हे को तोहफे में AK-47 मिलने पर शुरू हुई बहस

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ”नियामी डिक्लरेशन में जम्मू और कश्मीर विवाद को शामिल किया जाना- विदेश मंत्रियों की समिति के परिणाम दस्तावेज का अहम हिस्सा- कश्मीर मुद्दे पर ओआईसी के लगातार समर्थन की एक और अभिव्यक्ति है।” हालांकि, 57 सदस्यों वाले संगठन के सचिवालय की ओर से पारित प्रस्ताव को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है।

इसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को 29 नवंबर की सुबह ही उस समय शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा जब ओआईसी ने कश्मीर पर अलग से चर्चा की मांग को ठुकरा दिया। ओआईसी ने कश्मीर पर अलग से इस्लामिक देशों की बैठक में चर्चा करने से साफ इनकार कर दिया।

राजस्थान: बीजेपी विधायक किरण माहेश्वरी का निधन, कोरोना की वजह से अस्पताल में थीं भर्ती

भारतीय अधिकारनों ने कहा कि नई दिल्ली को इस बात पर हैरानी नहीं होगी यदि प्रस्ताव में कश्मीर मुद्दे का प्रथागत संदर्भ दिया गया हो, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि जम्मू-कश्मीर पर अलग से चर्चा नहीं हुई। इमरान खान सरकार ने इसे अपने लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना रखा था और एक बार फिर उन्हें शर्मिंदगी झेलनी पड़ी।

ये भी देखें-

बता दें कि पाकिस्तान लगातार कश्मीर मुद्दे पर OIC में अलग से चर्चा की मांग करता रहा है, लेकिन हर बार उसे ठेंगा ही दिखाया गया है। इस बार भी पाकिस्तान ने ओआईसी को कश्मीर पर अलग से कार्यक्रम के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन नतीजा पुराना ही निकला। नाइजर ने पाकिस्तान की मांग को ठुकराते हुए कहा कि हमने कोई इतर कार्यक्रम नहीं करने का फैसला किया है।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें