Odisha: मलकानगिरि में विकास कार्य रोकने पहुंचे नक्सलियों से भिड़ गए ग्रामीण, जानिए क्या है पूरा वाकया…

Naxals

सांकेतिक तस्वीर।

ओडिशा (Odisha) के मलकानिगरी जिले में सड़क निर्माण रोक रहे नक्सलियों (Naxals) के साथ गांव वाले ही भिड़ गए। यह घटना गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या यानि 25 जनवरी की देर रात नक्सलियों के गढ़ मलकानिगरी के स्वाभिमान आंचल इलाके के जन्तुरई गांव की है। पुलिस के मुताबिक, इस घटना में एक नक्सली की मौत हो गई।

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सांकेतिक तस्वीर।

विकास कार्यों को रोकने और गणतंत्र दिवस नहीं मनाने देने के लिए नक्सली (Naxals) वहां पहुंचे, तो लोगों ने विरोध किया। इस पर नक्सलियों ने फायरिंग कर दी। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने उन पर तीरों और पत्थरों से हमला कर दिया। हमले में एक नक्सली मारा गया, जबकि एक अन्य घायल हो गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घायल नक्सली को गिरफ्तार कर लिया।

मारा गया एक लाख का इनामी नक्सली, 4 लाख का इनामी घायल

जानकारी के मुताबिक, ओडिशा के मलकानगिरी जिले में स्वाभिमान आंचल इलाके के जन्तुरई गांव में 25 जनवरी की देर रात नक्सली घुस आए। नक्सलियों (Naxals) ने ग्रामीणों को धमकाया कि सड़क निर्माण को रोक दिया जाए। साथ ही गणतंत्र दिवस नहीं मनाने को लेकर चेतवानी भी दी। इसका ग्रामीणों ने विरोध किया तो नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने तीर-धनुष और पत्थरों से नक्सलियों पर हमला कर दिया। इस झड़प में एक नक्सली मारा गया, जबकि एक घायल हो गया।

ग्रामीणों को भारी पड़ता देख नक्सली (Naxals) मौके से भाग निकले। इसके बाद ग्रामीणों ने घायल नक्सली और दूसरे नक्सली के शव को हंतलागुड़ा स्थिति बीएसएफ कैंप के जवानों को सौंप दिया। मारे गए नक्सली का नाम एडम है। उस पर पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित किया था। जबकि गिरफ्तार नक्सली का नाम जिप्रू है। उस पर 4 लाख का इनाम घोषित था। घायल नक्सली को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना के बाद गांव और आसपास के इलाके में सर्चिंग बढ़ा दी गई है।

झड़प के कुछ घंटे बाद नक्सलियों ने घरों में आग लगाई

ग्रामीणों से हुई झड़प और साथी की मौत से गुस्साए नक्सली कुछ घंटे बाद फिर से गांव में लौट कर आए। इस बार उन्होंने गांव के कई घरों में आग लगा दी। इस आग की चपेट में आने से 10 घर जल गए। वहीं लोगों के घरों में रखा सामान और वाहन भी आग की चपेट में आकर खाक हुए हैं। इससे ग्रामीण काफी डर गए और उन्होंने वहां से भागकर कुंतुरपदर पुलिस शिविर में शरण ली। मलकानगिरी के एसपी ऋषिकेश खिलारी ने बताया कि नक्सलियों (Naxals) ने उम्मीद नहीं की थी कि ग्रामीण इस तरह का विरोध करेंगे। सुरक्षाबलों ने गांव जाकर स्थिति का जायजा लिया है।

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