
सांकेतिक तस्वीर।
नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ अब आम लोगों की आवाज उठने लगी है। ओडिशा के नक्सल प्रभावित जिलों मेंनक्सलियों के विरोध में पोस्टर देखने को मिल रहे हैं। नियमगिरी पहाड़ में 3 जनवरी की सुबह नक्सल विरोधी पोस्टर देखने को मिले हैं। रायगड़ा जिला अन्तर्गत कल्याणसिंहपुर ब्लाक पारसाली के दो जगहों पर भी नक्सल विरोधी 5 पोस्टर लगे हैं। डंगरिया कंध विकास मंच के नाम से यह पोस्टर लगाया गया है।

इन पोस्टरों में लिखा गया है कि सड़क निर्माण कार्य का विरोध कर नक्सलियों (Naxals) ने गाड़ियों को जला दिया था, डंगरिया कंध विकास मंच उसकी निंदा करता है। लोगों ने पोस्टर के जरिए सवाल किया है कि स्थानीय इलाके के विकास के लिए प्रयास करने वाले युवाओं को मृत्यु की धमकी देनी कब बंद की जाएगी? सड़क निर्माण में नियोजित गाड़ियों को जलाने को नक्सलियों को कौन कह रहा है? नियमगिरी सुरक्षा समिति इसे आखिर क्यों विरोध नहीं कर रही है तथा क्या नियमगिरी सुरक्षा समिति के नाम पर शोषण किया जा रहा है? यह सब कब बंद होगा?
पोस्टर के जरिए इन सभी सवालों का जवाब मांगा गया है। साथ ही पिछड़े इलाके के विकास के लिए डंगरिया कंध विकास मंच का समर्थन करने के लिए भी अनुरोध किया गया है। गौरतलब है कि सरकार की नीतियों और नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रशासन की तरफ से लगातार किए जा रहे प्रयासों की वजह से नक्सलियों (Naxals) की रीढ़ कमजोर होती जा रही है। बता दें कि हाल ही में मलकानगिरी में आक्रोशित ग्रामीणों ने नक्सलियों पर हमला कर दिया था।
ग्रामीणों के हमले में एक नक्सली मारा गया था, जबकि दूसरा घायल हो गया था, जिसे गांव वालों ने सुरक्षाबलों के हवाले कर दिया था। दोनों ही नक्सलियों पर प्रशआसन की ओर से इनाम घोषित किया गया था। अब एक बार फिर लोगों द्वारा नक्सल विरोधी पोस्टर लगाए जाने के बाद यह साबित हो गया है कि अब नक्सलियों (Naxals) के दिन लदने वाले हैं।
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