उत्तर कोरिया ने एक बार फिर दुनिया को चौंकाया, अमेरिका के नाक के नीचे किया क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण

इस क्रूज मिसाइल (Cruise Missile) विकसित करने का काम पिछले दो साल से चल रहा था और उसने 1500 किलोमीटर दूर स्थित लक्ष्य पर मार करने की क्षमता का प्रदर्शन किया है।

North Korea Test Cruise Missile

North Korea Test Cruise Missile

उत्तर कोरिया ने सोमवार को कहा कि उसने लंबी दूरी की नई क्रूज मिसाइल (Cruise Missile) का सफल ट्रायल किया है। बीते कई महीनों में उत्तर कोरियाई मिसाइल ट्रायल की ये पहली जानकारी है जो सार्वजनिक हुई है। ऐसे में यह दर्शाता है कि किस तरह अमेरिका के साथ परमाणु बातचीत में गतिरोध के बीच उत्तर कोरिया सैन्य ताकतों का विस्तार कर रहा है।

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कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के मुताबिक, इस क्रूज मिसाइल (Cruise Missile) विकसित करने का काम पिछले दो साल से चल रहा था और शनिवार व रविवार को ट्रायल के दौरान उसने 1500 किलोमीटर दूर स्थित लक्ष्य पर मार करने की क्षमता का प्रदर्शन किया है। इस दौरान मिसाइल अपने लक्ष्य को भेदने से पहले उत्तर कोरिया की समतली और जलिय क्षेत्र के ऊपर 126 मिनट तक उड़ान भरी।

उत्तर कोरिया ने नई मिसाइलों को ‘बेहद महत्वपूर्ण सामरिक हथियार’ बताया जो सेना को मजबूत करने के देश के नेता किम जोंग उन के आह्वान के अनुरूप है। इसका मतलब यह है कि ऐसी मिसाइलें (Cruise Missile) विकसित करने के पीछे उनका इरादा सेना को परमाणु हथियारों से लैस कराने का है।

दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अनुसार‚ सेना अमेरिका और दक्षिण कोरिया की खुफिया सेवा के जरिए उत्तर कोरिया के ट्रायल्स का विश्लेषण कर रहा है।

अमेरिकी हिंद प्रशांत कमान के मुताबिक‚ वह सहयोगियों से मिलकर हालात पर नजर रख रही है। जापान ने इसे बेहद गंभीर मुद्दा करार दिया है। जबकि उत्तर कोरिया के मजबूत सहयोगी माने जाने वाले चीन ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

चीनी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता झाओ लिजियन ने केवल सभी संबंधित देशों से संयम बरतने‚ एक ही दिशा में आगे बढ़ने‚ सक्रिय रूप से बातचीत और संपर्क में रहने का अनुरोध किया है जिससे कि एक राजनीतिक समझौते पर पहुंचा जा सके।

गौरतलब है कि उत्तर कोरिया द्वारा ट्रायल गतिविधियां फिर शुरू करना बाइडन प्रशासन पर दबाव बनाने का प्रयास माना जा सकता है। इससे पहले‚ उत्तर कोरिया ने करीब एक साल के अंतराल के बाद‚ इसी साल मार्च में कम दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलों (Cruise Missile) का समुद्र में ट्रायल किया था।

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