Nobel Prize In Peace: वर्ल्ड फूड प्रोग्राम को शांति के क्षेत्र में मिला नोबेल पुरस्कार, जानें क्या है खासियत

Nobel Prize In Peace: शांति के लिए नोबेल पुरस्कार पाने के लिए 300 से भी ज्यादा उम्मीदवार थे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस दौड़ में शामिल थे।

Nobel Prize In Peace

Nobel Prize In Peace: नोबेल पुरस्कार समिति ने कहा कि इस संस्था ने भूख के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई लड़ी है। बता दें कि वर्ल्ड फूड प्रोग्राम दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संगठन है, जो भूख के खिलाफ लड़ता है।

शांति के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की घोषणा हो गई है। पूरी दुनिया में भूख के खिलाफ लड़ने वाली संस्था वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (World Food Programme) को इस साल शांति के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया है।

इस बार शांति के लिए नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize In Peace) पाने के लिए 300 से भी ज्यादा उम्मीदवार थे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस दौड़ में शामिल थे।

लेकिन कोरोना काल में भी वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (World Food Programme) ने जिस तरह से काम किया, उसे देखते हुए उन्हें शांति का नोबेल दिया गया।

नोबेल पुरस्कार समिति ने कहा कि इस संस्था ने भूख के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई लड़ी है। बता दें कि वर्ल्ड फूड प्रोग्राम दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संगठन है, जो भूख के खिलाफ लड़ता है। इस संगठन ने 2019 में 88 देशों में करीब 100 मिलियन लोगों को सहायता दी।

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क्या है नोबेल पुरस्कार
स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर ये पुरस्कार दिया जाता है। उनकी पांचवी पुण्यतिथि के बाद से हर साल ये पुरस्कार दिए जाते हैं।

अल्फ्रेड नोबेल ने अपने जीवनकाल में विस्फोटक डायनामाइट का आविष्कार किया था। इसके बाद डायनामाइट का इस्तेमाल युद्धों में हुआ, जिससे नोबेल बहुत दुखी हुए। इसके बाद उन्होंने अपनी वसीहत में नोबेल पुरस्कार की बात लिखी। उन्होंने लिखा था कि उनकी संपत्ति का ज्यादातर हिस्सा एक फंड में रखा जाए, जिसके सालाना ब्याज से लोगों को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाए। पहली बार नोबेल पुरस्कार का वितरण साल 1901 में हुआ था। ये नोबेल की पांचवी पुण्यतिथि का साल था।

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