NIA ने भीमा मंडावी केस में की पहली गिरफ्तारी, दो नक्सलियों को लिया 5 दिनों की रिमांड पर

छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में भीमा मंडावी (Bhima Mandavi) हत्याकांड मामले में NIA ने दो नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सलियों के नाम भीमा ताती और मड़काराम ताती बताया जा रहा है।

Bhima Mandavi Case

फाइल फोटो।

छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में भीमा मंडावी (Bhima Mandavi) हत्याकांड मामले में NIA ने दो नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सलियों के नाम भीमा ताती और मड़काराम ताती बताया जा रहा है। वे दंतेवाड़ा जिले के टिकनपाल के रहने वाले हैं। इन दोनों नक्सलियों को एनआईए (NIA) की विशेष न्यायाधीश सुमन इक्का के कोर्ट में पेश कर एक सप्ताह की रिमांड पूछताछ के लिए मांगी। पर विशेष न्यायाधीश ने केवल 5 दिनों की रिमांड दी।

Bhima Mandavi

बता दें कि अप्रैल, 2019 को दंतेवाड़ा के तत्कालीन भाजपा विधायक भीमा मंडावी (Bhima Mandavi) और उनके चार सुरक्षाबलों की आईईडी (IED) ब्लास्ट कर नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। जिसके बाद 17 मार्च को मामले की जांच एनआईए (NIA) को सौंपी गई थी। इसमें यह पहली गिरफ्तारी की गई है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2019) से ठीक पहले नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में एक बड़ा हमला किया था। इस हमले में बस्तर के इकलौते बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की मौत हो गई थी। वहीं, उनकी सुरक्षा में तैनात 4 जवान शहीद भी हो गए थे।

नक्सलियों ने बीजेपी विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर निशाना बनाया था। नक्सलियों ने यह आईईडी (IED) ब्लास्ट कुआकोंडा के श्यामगिरी के पास किया था। गौरतलब है कि बस्तर इलाके में 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2019) के पहले चरण के तहत मतदान होना था। 9 अप्रैल को प्रचार की आखिरी तारीख थी। इसी सिलसिले में भीमा भंडारी (Bhima Mandavi) अपने काफिले के साथ चुनाव प्रचार अभियान में निकले थे।

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ज्यादा से ज्यादा सभाओं को संबोधित करने के लिए उनका काफिला शॉर्टकट रास्ते से नकुलनार जा रहा था। इसी बीच नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर दिया। धमाका इतना जोरदार था कि सड़क पर 7 फीट का गड्ढा हो गया और काफिले की एक गाड़ी के तीन टुकड़े हो गए। बता दें कि भीमा मंडावी (Bhima Mandavi) विधानसभा में भाजपा विधायक दल के उपनेता थे। मंडावी दूसरी बार विधायक चुने गए थे। दंतेवाड़ा जिले के गदापाल निवासी मंडावी 2008 में विधायक चुने गए थे।

2013 का विधानसभा चुनाव वो देवती कर्मा से हार गए थे, लेकिन 2018 में पार्टी ने फिर से उन्हें टिकट दिया। इस बार उन्होंने देवती कर्मा को 2071 वोट से मात दी थी। भीमा को कुल 37 हजार 744 वोट मिले थे, जबकि देवती को 35 हजार 673 वोट। 2002 में स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले भीमा पेशे से किसान थे। भीमा के परिवार में माता-पिता और पत्नी ओजस्वी मंडावी के अलावा एक पुत्र खिलेंद्र मंडावी है। उल्लेखनीय है कि भीमा मंडावी (Bhima Mandavi) बस्तर संभाग से भाजपा की टिकट पर अकेले जीतने वाले थे। इसी कामयाबी के बाद उन्हें इस बार विधानसभा में उपनेता बनाया गया था।

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