अफगानिस्तान में जल्द बनेगी नई सरकार, तालिबान ने भारत को लेकर कही ये बड़ी बात

तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है। अब वहां तालिबान का शासन शुरू होने जा रहा है। सारी दुनिया की निगाहें अब तालिबान के एक्शन पर रहेंगी कि वह किस तरह वहां शासन करता है।

Zabiullah Mujahid

Zabiullah Mujahid (File Photo)

तालिबान (Taliban), अफगानिस्तान (Afghanistan) में नई सरकार के गठन की 3 सितंबर को घोषणा करेगा। इस बीच उसने भारत के लेकर बड़ी बात कही है।

तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है। अब वहां तालिबान का शासन शुरू होने जा रहा है। सारी दुनिया की निगाहें अब तालिबान के एक्शन पर रहेंगी कि वह वहां किस तरह शासन करता है। बता दें कि तालिबान इस बार खुद को काफी उदारवादी बता रहा है।

इसलिए दुनिया ये देखना चाहती है कि वहां तालिबान (Taliban) अपने नागरिकों के साथ कैसा सलूक करता है और किस तरह की नीति अपनाता है। तालिबान, अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन की 3 सितंबर को घोषणा करेगा। तालिबान सैन्य आयोग से जुड़े एक सूत्र ने 31 अगस्त को यह जानकारी दी।

पंकज कुमार सिंह बने BSF के नए DG, देखें PHOTOS

सूत्रों के मुताबिक, नई सरकार के गठन की घोषणा 3 सितंबर को की जाएगी, लेकिन अभी तक यह तय नहीं हो सका है कि उस सरकार में कौन कौन शामिल होगा और उसका क्या स्वरूप होगा। इस बीच तालिबान ने भारत के लेकर बड़ी बात कही है।

तालिबान प्रवक्ता जाहेबुल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि जिन 140 अफगान सिखों और हिंदुओं के एक समूह को काबुल हवाई अड्डे तक पहुंचने से रोका गया था उन्हें देश छोड़ने की अनुमति दी जा सकती है।

बिहार: लखीसराय में नक्सली मुठभेड़, कई नक्सलियों के घायल होने की खबर

इस बीच, अधिकांश अफगान सिख और हिंदू जो पिछले दो सप्ताह से काबुल के पास कर्ता-ए-परवान में गुरुद्वारा दशमेश पिता में शरण लिए हुए थे वे अफगानिस्तान में अपने गृहनगर लौट चुके हैं। लोगों ने अपना कामकाज फिर से शुरू कर दिया है। हालांकि कुछ परिवार अब भी गुरुद्वारे में हैं।

तालिबान प्रवक्ता जाहेबुल्लाह मुजाहिद ने एक अफगान न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में अफगान हिंदुओं के जाने के लिए अपनी सरकार की सहमति के बारे में बताया। उन्होंने हिंदुओं और सिखों को वैलिड दस्तावेज के साथ भारत जाने का आश्वासन दिया। ऐसे में भारत आने के इच्छुक अफगानों के लिए किरण की उम्मीद जगी है।

अफगानिस्तान में तालिबान का पूरी तरह कब्जा, इन नेताओं के हाथों में होगी कमान

इसके साथ ही तालिबान ने यह भी कहा है कि अफगान की धरती का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होगा। तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद भारत को कूटनीतिक रूप से अलग-थलग करने की अटकलों पर मंगलवार को विराम लगा दिया।

कतर की राजधानी दोहा में भारतीय राजदूत से हुई बातचीत में तालिबान नेता शेर मोहम्मद स्टेनेकजई ने भरोसा दिलाया कि अफगान सरजमीं का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों के लिए नहीं होने दिया जाएगा।

स्टेनकजई के साथ हुई बैठक में कतर में भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागिरकों की जल्द वापसी और भारत आने के इच्छुक अफगान नागरिकों, खासतौर पर अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने आतंकवाद को लेकर भारत की चिंता भी जाहिर की।

ये भी देखें-

मित्तल ने कहा कि अफगान सरजमीं का इस्तेमाल किसी भी रूप में भारत विरोधी गतिविधियों के लिए नहीं होना चाहिए। इस दौरान स्टेनेकजई ने आश्वासन दिया कि तालिबान भारत की ओर से उठाए गए मुद्दों पर सकारात्मक रूप से कार्रवाई करेगा।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें