नेपाल की इस हरकत से हर भारतीय का खून खौल उठा, चीन के इशारे पर नेपाल ने इन भारतीय क्षेत्रों पर जताया अपना अधिकार

चीन के ही इशारे पर पाकिस्तान ने भी पीओके में नई हवाई पट्टी का निर्माण कर लिया तो वहीं दूसरी तरफ अब नेपाल (Nepal) ने भारतीय सीमा को अपने नक्शे में जाहिर करके नये विवाद को जन्म दे दिया है।

Nepal

भारत के साथ सीमा विवाद के बीच नेपाल (Nepal) के कैबिनेट ने एक नया राजनीतिक मानत्रिच जारी किया है जिसमें लिपुलेख‚ कालापानी और लिम्पियाधुरा को नेपाली क्षेत्र में दर्शाया गया है। नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार गयावली ने इस कदम की घोषणा से हफ्तों पहले कहा था कि कूटनीतिक पहलों के जरिए भारत के साथ सीमा विवाद को सुलझाने के प्रयास जारी हैं। हालांकि भारतीय अधिकारी ये समझ रहें हैं कि इन सब के पीछे चीन का ही खेल है। चीन के ही इशारे पर पाकिस्तान ने भी पीओके में नई हवाई पट्टी का निर्माण कर लिया तो वहीं दूसरी तरफ अब नेपाल ने भारतीय सीमा को अपने नक्शे में जाहिर करके नये विवाद को जन्म दे दिया है।

नेपाल (Nepal) की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सांसदों ने कालापानी‚ लिम्पियाधुरा और लिपुलेख को नेपाल (Nepal) की सीमा में लौटाने की मांग करते हुए संसद में विशेष प्रस्ताव भी रखा था।

भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 1 लाख के पार, ऑफिस में थूकने वालों पर तगड़ा फाइन और सजा का प्रावधान

लिपुलेख दर्रा नेपाल (Nepal) और भारत के बीच विवादित सीमा‚ कालापानी के पास एक दूरस्थ पश्चिमी स्थान है। भारत और नेपाल दोनों कालापानी को अपनी सीमा का अभिन्न हिस्सा बताते हैं। भारत उसे उत्तराखंड़ के पिथौरागढ़ जिले का हिस्सा बताता है और नेपाल इसे धारचुला जिले का हिस्सा बताता है।

गयावली ने कहा‚ भूमि प्रबंधन मंत्रालय जल्द ही नेपाल (Nepal) का आधिकारिक मानचित्र सार्वजनिक करेगा। उन्होंने सोमवार को ट्विटर पर कहा‚ मंत्री परिषद ने नेपाल के सात प्रांतों‚ 77 जिलों और लिमपियाधुरा‚ लिपुलेख और कालापानी समेत 753 स्थानीय स्तर के प्रशासनिक संभागों में नेपाल का मानचित्र प्रकाशित किया जाने का फैसला लिया है।

गयावली ने भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा को पिछले हफ्ते तलब किया था और उत्तराखंड़ में धारचुला के साथ लिपुलेख को जोड़़ने वाले प्रमुख मार्ग के निर्माण के खिलाफ विरोध जताने के लिए कूटनीतिक नोट सौंपा था। भारत ने कहा था कि उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में हाल में उद्घाटित सड़क मार्ग पूरी तरह उसकी सीमा के भीतर आता है।

नेपाल (Nepal) के वित्तमंत्री एवं सरकार के प्रवक्ता युवराज खाटीवाड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने देश के नये राजनीतिक मानचित्र को स्वीकृत किया है।

संस्कृति मंत्री योगेश भट्टाराय ने कहा‚ कैबिनेट के फैसला स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। हालांकि‚ नेपाल (Nepal) कम्युनिस्ट पार्टी की स्थायी समिति के सदस्य गणेश शाह ने कहा कि यह नया कदम नेपाल और भारत के बीच ऐसे समय में अनावश्यक तनाव पैदा करेगा जब देश कोरोना वायरस से लड़ रहा है।

हालांकि चीन ने हमेशा की ही तरफ इस मामले से भी अपना पल्ला झाड़ लिया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआन ने कहा कि कालापानी सीमा का मुद्दा भारत और नेपाल (Nepal) के बीच का है और उम्मीद जताई कि दोनों पडोसी देश ‘एकतरफा कदम उठाने’ से परहेज करेंगे और मैत्रीपूर्ण ढंग से अपने विवाद को सुलझाएंगे।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

    Tags:

यह भी पढ़ें