नक्सलियों की घिनौनी करतूत, बेकसूरों के खून से खेल रहे होली

नक्सली ज्यादातर मासूम गांव वालों पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाकर उन पर जुल्म ढाते हैं, उन्हें मारते पीटते हैं, यहां तक कि उनकी हत्या कर देते हैं।

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नक्सलियों ने मुखबिरी का आरोप लगा कर निर्दोष ग्रामीण की हत्या कर दी। सांकेतिक तस्वीर।

अपना खौफ कम होता देख नक्सली बौखला गए हैं। इसी बौखलाहट में वो बेकसूरों का खून बहाकर अपनी दहशत कायम रखना चाहते हैं। ताजा मामला नक्सल प्रभावित बस्तर के कांकेर जिले का है, जहां नक्सलियों ने एक बार फिर खूनी खेल खेला है। नक्सलियों ने एक बेकसूर आदिवासी पर मुखबिरी का आरोप लगाते हुए उसकी हत्या कर दी। यह घटना जिले के पंखाजुर क्षेत्र के छोटे बेठिया थाना के रेंगावाही गांव की है। जहां 4 मई की रात ग्रामीण सान्तु गोटा अपने परिवार के साथ खाना खाकर सोने की तैयारी कर रहा था। तभी दो दर्जन से अधिक हथियारबंद नक्सली उसके घर पर पहुंच गए। उन्होंने सान्तु गोटा को बुलाया और जंगल की तरफ ले जाने लगे। जब परिजनों ने इसका विरोध किया तो नक्सलियों ने कहा कि वह बातचीत करके उसे छोड़ देंगे। लेकिन उसके बाद वह वापस नहीं आया। तीन दिन बाद 8 मई को सान्तु का शव रेंगावाही गांव के सड़क के किनारे मिला।

मृतक के शव पर डंडे के निशान पाए गए हैं। उसके सीने पर नक्सलियों ने गोली मारी है। जिसके बाद परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस थाने में दी। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पखांजुर अस्पताल भेज दिया गया। इस घटना के बाद इलाके में सुरक्षाबलों ने सर्चिंग बढ़ा दी है। गौरतलब है कि इलाके में लगातार नक्सलियों का आतंक जारी है। नक्सली ज्यादातर मासूम गांव वालों पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाकर उन पर जुल्म ढाते हैं, उन्हें मारते पीटते हैं, यहां तक कि उनकी हत्या कर देते हैं। पिछले एक महीने में नक्सलियों ने बस्तर के बीजापुर, सुकमा और नारायणपुर में कुल 10 गांववालों की हत्याएं की हैं।

नक्सलियों ने गांव के 31 परिवारों को गांव से बाहर जान का आदेश भी सुनाया है। हाल ही में नक्सलियों की जन आदालत ने यह कहते हुए बीजापुर और सुकमा में 4 तथा नारायनपुर में 5 लोगों की हत्या करने का फैसला सुनाया था कि ये लोग पुलिस के मुखबिर हैं। कुछ दिन पहले ही नक्सलियों ने एक ग्रामीण कदली गंगा को उसके घर से घसीटकर निकाला और सरेआम उसका गला काट दिया। हत्यारों ने उसका शव बीच राह पर छोड़ दिया और उसके शव के पास धमकी भरा एक पर्चा छोड़कर चले गए। इसी तरह, सुकमा के गुदम गांव में नक्सलियों ने दो गांव वालों पोड़ियम मुन्ना औक लाके लच्छू को घर से निकाल कर उनकी बुरी तरह पिटाई की और अपने साथ जंगल में ले गए। बाद में मुख्य सड़क पर उन दोनों का शव मिला। बीजापुर के एक गांव में नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की गोली मारकर हत्या कर दी।

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