
नक्सलियों ने ड्राइवर और कंडक्टर को बंधक बनाया और फिर इस घटना को अंजाम दिया।
नक्सली विकास के दुश्मन हैं। वक्त-वक्त पर वो अपनी इस पहचान को जाहिर करते रहते हैं। एक बार फिर उन्होंने क्रांति के अपने जुमले की पोल खोल कर रख दी है। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 13 मई की रात को नक्सलियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दिया है। दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल थाना क्षेत्र से एक किलोमीटर की दूरी पर नक्सलियों ने फिर उत्पात मचाया है। जानकारी के मुताबिक, किरंदुल इलाके में एस्सार परियोजना के तहत लौह अयस्क ढुलाई का काम चल रहा था। 20-25 हाइवा डंपिंग के काम में लगी थी। नक्सलियों ने डंपिंग यार्ड में वेस्ट डंप करने के काम में लगी तीन हाइवा और एक जेसीबी को आग के हवाले कर दिया। नक्सलियों के आने से पहले बाकी वाहन भागने में कामयाब हो गए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, 100 से ज्यादा नक्सली वहां पहुंचे थे। उन्होंने गाड़ियों को चारों तरफ से घेर लिया। कुछ नक्सलियों के पास बंदूक थी, बाकी के हाथों में तीर कमान थे। बताया जा रहा है कि पहले नक्सलियों ने ड्राइवर और कंडक्टर को बंधक बनाया और फिर इस घटना को अंजाम दिया। नक्सलियों ने वहां काम करने वाले सभी लोगों का मोबाइल फोन छीन लिया, ताकि वे लोग फोन करके मदद ना बुला सकें। मोबाइल लेने के बाद उन्होंने वहां मौजूद वाहनों में आग लगा दी। आग की वजह से गाड़ियां जलकर खाक हो गई। घटना के बाद क्षेत्र में दहशत है। घटना की खबर मिलते ही कंपनी के अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंच गए। पुलिस एफआईआर दर्ज कर इलाके में सर्चिंग कर रही है।
इससे पहले, छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में नक्सलियों ने ऐसी ही वारदात को अंजाम दिया। दरअसल, जिले के मर्दापाल थाना क्षेत्र में मटवाल से कूधुर तक सड़क निर्माण का काम चल रहा था। नक्सली लंबे वक्त से निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने की फिराक में थे। मौका मिलते ही लगभग दो दर्जन सशस्त्र नक्सलियों का दस्ता निर्माण स्थल पर पहुंच गया और उन्होंने जमकर तांडव मचाया। नक्सलियों ने न सिर्फ वहां काम कर रहे लोगों के साथ मारपीट की बल्कि जेसीबी को आग के हवाले कर दिया।
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