
ब्रिटेन (Britain) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का एक नया और खतरनाक रूप मिला है। यहां कोरोना का नया वेरिएंट मिलने से हड़कंप मच गई है। स्थिति ये है कि यहां कई इलाकों में सख्त लॉकडाउन लगाया जा चुका है। बता दें कि ब्रिटेन में कोरोना म्यूटेशन आने के बाद अचानक संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है।
ब्रिटेन की सरकार द्वारा वायरस के नए प्रकार के ‘नियत्रंण से बाहर’ होने की चेतावनी जारी करने के बाद यूरोपीय यूनियन (European Union) के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है। साथ ही ब्रिटेन की रेल सेवाओं की आवाजाही पर भी रोक लगा दी गई है।
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इस बीच, जर्मनी भी ब्रिटेन (Britain) से आने वाली उड़ानों को सीमित करने पर विचार कर रहा है जबकि नीदरलैंड ने कम से कम इस साल के अंत तक ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है।
वहीं, बेल्जियम ने 20 दिसंबर की आधी रात से लेकर अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन की उड़ानों पर रोक लगाने की घोषणा की है। बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू ने 20 दिसंबर को कहा कि वह ‘बतौर सावधानी’ मध्यरात्रि से अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा रहे हैं।
उधर, ऑस्ट्रिया और इटली ने कहा है कि वे ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाएंगे। इटली के विदेश मंत्री लुइगी डी मायो ने ट्विटर पर कहा कि सरकार कोरोना वायरस के नए प्रकार से इटली के निवासियों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। वहीं, चेक गणराज्य ने ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए क्वारंटाइन के नियम को लागू कर दिया है।
इस वायरस के खतरनाक प्रभावों को देखते हुए भारत सरकार ने चिंता जाहिर की है। ब्रिटेन (Britain) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का नया स्ट्रेन मिलने के मद्देनजर भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने 21 दिसंबर को ज्वाइंट मॉनिटरिंग ग्रुप (Joint Monitoring Group) की अपात बैठक बुलाई है।
बता दें कि किसी भी वायरस में लगातार म्यूटेशन होता रहता है। ज्यादातर वेरिएंट म्यूटेट होने के बाद मर जाते हैं, लेकिन कभी-कभी वायरस म्यूटेट होने के बाद पहले से कई गुना ज्यादा मजबूत और खतरनाक होकर सामने आते हैं।
ये प्रक्रिया इतनी जल्दी होती है कि वैज्ञानिकों को भी समझने और रिसर्च करने में समय लगता है और तब तक वायरस एक बड़ी आबादी को अपनी चपेट में ले चुका होता है। जैसा ब्रिटेन समेत कई देशों में देखने को मिल रहा है।
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ब्रिटेन (Britain) में दिखे कोरोना के इस नए वेरिएंट के बारे में जानकारी देते हुए दिल्ली एम्स में कोरोना सेंटर के हेड डॉ. राजेश मल्होत्रा ने बताया कि जब से कोरोना वायरस आया है तब से 4 हजार बार म्यूटेट कर चुका है। अब वैज्ञानिक इस बात का पता करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या कोरोना वायरस के नये वेरिएंट के Genome में बदलाव हुआ है या नहीं। वैज्ञानिकों ने बताया कि अगर बदलाव होता है तो वैक्सीन के कम असरदार होने का खतरा बढ़ जाएगा।
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