ऐलान-ए-जंग से पहले वायु सेना को मजबूती: रूस से जल्द आयेगा 33 नये लड़ाकू विमान, 26 जुलाई को होगी 6 राफेल की होम डिलिवरी

वायु सेना (Indian Air Force) ने पिछले महीने से ही 12 सुखोई और 21 मिग–29 खरीदने के लिए एक प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय को सौंपा था। वायु सेना (Indian Air Force) का कहना था कि मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए उसे अतिरिक्त लड़ाकू जहाजों की जरूरत है।

Indian Air Force

Indian Air Force

पूर्वी लद्दाख में तनाव के बीच वायु सेना (Indian Air Force) की ताकत बढ़ाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने रूस से 33 नए लड़ाकू विमान (Fighter Jet) खरीदने को मंजूरी दे दी है। इनमें 12 सुखोई–30 एमकेआई और 21 मिग–29 शामिल हैं। इसके अलावा वायुसेना और नेवी के लिए 248 एयर टाइम एयर मिसाइल‚ पिनाका मिसाइल सिस्टम खरीदने को भी मंजूरी दी गई है।

जम्मू कश्मीर: घाटी में बाकी बचे आतंकियों का डेथवारंट जारी, सुरक्षाबलों के डर से सेव के बागान और मस्जिदों में छिप रहे हैं आतंकी

रक्षा मंत्रालय ने एक हजार किमी तक मारक क्षमता वाला डीआरडीओ के लैंड अटैक क्रूज मिसाइल को खरीदने की भी मंजूरी दी है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक में कुल 38,900 करोड़ रुपए के सैन्य साजोसामान खरीदने की मंजूरी दी गई।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार रूस के साथ होने वाले सौदे के लिए बजट 18,148 करोड़ रुपए रखा गया है। रक्षा अधिग्रहण परिषद ने कुल 38,900 करोड़ के प्रस्तावों को मंजूरी दी है। इस बजट में पिनाका रॉकेट लॉन्चर का गोला–बारूद खरीदा जाएगा और लड़ाकू वाहनों की अप्रेडिंग आदि होगी।

प्रवक्ता के अनुसार स्वदेशी डिजाइन और विकास पर ध्यान देने के लिए 31,130 करोड़ रुपए का अधिग्रहण भारतीय उद्योग से किया जाएगा। ये उपकरण भारत में निर्मित होने जा रहे हैं जिसमें भारतीय रक्षा उद्योग शामिल है। इसमें कई एमएसएमई प्रमुख टीयर विक्रेताओं के रूप में भाग ले रहे हैं। इनमें से कुछ परियोजनाओं में स्वदेशी सामग्री परियोजना लागत का 80 प्रतिशत तक है।

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा स्वदेशी उद्योग को हस्तांतरण (प्रौद्योगिकी) के कारण बड़ी संख्या में इन परियोजनाओं को संभव बनाया गया है। इनमें पिनाका गोला–बारूद‚ बीएमपी आयुध उन्नयन और भारतीय सेना के लिए सॉफ्टवेयर परिभाषित रेडियो‚ भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के लिए लॉन्ग रेंज लैंड अटैक क्रूज मिसाइल सिस्टम और एस्ट्रा मिसाइल शामिल हैं। इन डिजाइन और विकास प्रस्तावों की लागत 20,400 करोड़ रुपए है।

मालूम हो कि वायु सेना (Indian Air Force) ने पिछले महीने से ही 12 सुखोई और 21 मिग–29 खरीदने के लिए एक प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय को सौंपा था। वायु सेना (Indian Air Force) का कहना था कि मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए उसे अतिरिक्त लड़ाकू जहाजों की जरूरत है। वायु सेना (Indian Air Force) के मौजूदा जहाज पुराने पड़ रहे हैं। इसी श्रृंखला में भारत फ्रांस से राफेल खरीद रहा है। छह राफेल लड़ाकू विमान (Fighter Jet) 26 जुलाई को भारत आ जाएंगे।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें